Edited By Jyoti M, Updated: 12 Dec, 2024 09:19 AM
राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार में आईस स्केटिंग रिंक में स्केटिंग सैशन शुरू हो गया है। सुबह 8 से 9.30 बजे तक स्केटिंग का पहला सैशन हुआ। आईस स्केटिंग रिंक क्लब सचिव रजत मल्होत्रा ने बताया कि बीते रविवार को स्केटिंग का सफल ट्रायल किया था, लेकिन बीच में...
शिमला, (अम्बादत): राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार में आईस स्केटिंग रिंक में स्केटिंग सैशन शुरू हो गया है। सुबह 8 से 9.30 बजे तक स्केटिंग का पहला सैशन हुआ। आईस स्केटिंग रिंक क्लब सचिव रजत मल्होत्रा ने बताया कि बीते रविवार को स्केटिंग का सफल ट्रायल किया था, लेकिन बीच में मौसम खराब होने के कारण स्केटिंग सैशन शुरू करने में 2 से 3 दिन लेट हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि शिमला का ईस स्केटिंग रिंक एशिया का पहला ऐसा बड़ा रिंक है, जहां प्राकृतिक विधि से बर्फ को जमाया जाता है। शाम के वक्त रिंक में पानी डाला जाता है। सुबह को यह जम जाता है और इस पर स्केटिंग करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि शाम का सत्र भी जल्द शुरू हो जाएगा। पहले दिन स्केटिंग करने के लिए कम संख्या में बच्चे व पर्यटक आए हुए थे। यदि सैशन निरंतर चलता रहा तो स्केटिंग करने के लिए लोगों की भीड़ बढ़ जाएगी।
मौसम ठंडा रहा तो अगले 3 महीनों तक चलेगी स्केटिंग
मौसम ठंडा रहा तो अगले करीब 3 महीनों तक यहां स्थानीय लोग और पर्यटक स्केटिंग का आनंद उठा सकेंगे। इसके लिए 300 रुपए फीस देनी होगी। स्केटिंग के लिए स्केट आईस स्केटिंग क्लब मुहैया कराएगा। स्केटिंग करने आई जुरेन ने कहा कि जब वह 5 साल की थी, तब से यहां स्केटिंग करने आ रही है। पहले वह अपने पापा के साथ स्केटिंग करने आती थीं। उन्होंने कहा कि स्कूल, कालेज के बच्चे छुट्टियों में यहां पर एन्जॉय करने आते हैं।
आज से स्केटिंग शुरू हो गई है और हम बहुत खुश हैं। वहीं शिमला के राजन ने बताया कि वह पिछले 28 सालों से आ रहा है। उनकी उम्र 56 वर्ष है लेकिन वह आज भी स्केटिंग में दौड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हम स्केटिंग रिक में आते हैं तो सर्दी का तो मतलब नही अंदर पसीने आ रहे होते हैं। आज से स्केटिंग शुरू हुई है, जिससे हम बहुत खुश है। इस बार मौसम की वजह से थोड़ा सैशन लेट है, लेकिन लग रहा है कि अगर मौसम साफ रहा तो सैशन लम्बा चलेगा।
104 साल पुराना हैं स्केटिंग का इतिहास
शिमला के आईस स्केटिंग रिक में 1920 सेहर साल स्केटिंग होती आई है। एक दशक पहले तक यहां 15 नवम्बर से स्केटिंग शुरू हो जाती थी। मगर पिछले 8-10 वर्षों से मौसम में आए बदलाव की वजह से दिसम्बर के दूसरे व तीसरे सप्ताह में ही स्केटिंग शुरू हो पा रही है।
1-2 दशक पहले तक पहाड़ों पर दिसम्बर में अच्छी बर्फबारी होती थी। इससे तापमान जमाव बिंदू से नीचे गिर जाता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से दिसम्बर की बजाय फरवरी-मार्च में ज्यादा बर्फबारी हो रही है और दिसम्बर में मौसम गर्म रह रहा है। इस वजह से यहां स्केटिंग शुरू होने में देरी हो रही है।