Edited By Kuldeep, Updated: 25 Dec, 2024 09:12 PM
दिल्ली के लाल किले में होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार हिमाचल प्रदेश की झांकी के दर्शन नहीं हो पाएंगे। रक्षा मंत्रालय की ओर से चयनित की गई झांकी में हिमाचल से भेजे गए प्रोजैक्ट को नामंजूर किया गया है।
शिमला (ब्यूरो): दिल्ली के लाल किले में होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार हिमाचल प्रदेश की झांकी के दर्शन नहीं हो पाएंगे। रक्षा मंत्रालय की ओर से चयनित की गई झांकी में हिमाचल से भेजे गए प्रोजैक्ट को नामंजूर किया गया है। गौर हो कि हिमाचल की ओर से भेजे गए प्रपोजल में कुल्लू की रौरिक आर्ट गैलेरी का प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन रक्षा मंत्रालय ने हिमाचल से भेजे गए प्रस्ताव को रिजैक्ट कर दिया।
हिमाचल की ओर से रौरिक आर्ट गैलेरी के मॉडल को रिजैक्ट किया गया लेकिन यह मॉडल भारत दर्शन में देखा जाएगा जो कार्यक्रम दिल्ली में आयोजित किया जाता है। संयुक्त निदेशक भाषा कला एवं संस्कृति विभाग मंजीत सिंह का कहना है कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में हिमाचल से भेजी गई झांकी का चयन नहीं हुआ है लेकिन भारत दर्शन में हिमाचल से भेजी गई झांकी दिखाई जाएगी।
हिमाचल को इन वर्षों में मिला स्थान
दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस पर साल 2020 में अंतिम बार कुल्लू दशहरा की झांकी प्रदर्शित हुई थी। हिमाचल में कुल्लू का दशहरा काफी प्रसिद्ध है। इस दौरान भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा निकलती है, ऐसे में इसी की झांकी को दिल्ली के गणतंत्र दिवस पर दिखाया गया था। इससे पहले गणतंत्र दिवस पर साल 2007 में लाहौल-स्पीति, साल 2012 में किन्नौर, 2017 में चंबा की संस्कृति की झलक राजपथ पर दिखाई गई थी। वहीं साल 2018 में लाहौल-स्पीति के 1300 साल पुरानी गोंपा की झांकी दिखाई गई थी।