Edited By Jyoti M, Updated: 03 Feb, 2025 11:39 AM
राजधानी शिमला के लोग बेशक सब्जियों के कम हुए दामों से राहत पा रहे हैं, लेकिन लहसुन के दाम हैं कि जो टस से मस नहीं हो रहे हैं। लहसुन के दाम पिछले वर्ष से 400 रुपए प्रतिकिलो की दर पर स्थिर बने हुए हैं। हालांकि नए लहसुन की खेप भी आ गई है, जिसके दाम 250...
शिमला, (संतोष): राजधानी शिमला के लोग बेशक सब्जियों के कम हुए दामों से राहत पा रहे हैं, लेकिन लहसुन के दाम हैं कि जो टस से मस नहीं हो रहे हैं। लहसुन के दाम पिछले वर्ष से 400 रुपए प्रतिकिलो की दर पर स्थिर बने हुए हैं। हालांकि नए लहसुन की खेप भी आ गई है, जिसके दाम 250 से 300 रुपए प्रतिकिलो चले हुए हैं, लेकिन लोग नए लहसुन की बजाय पुराने लहसुन को ही तरजीह देते हैं।
सब्जी मंडी में पुराने लहसुन की ही खेप मौजूद है, जिसके दाम 400 रुपए प्रतिकिलो की दर पर चले हुए हैं। भिंडी के दाम भी लोगों की पहुंच से बाहर हो गए हैं, क्योंकि इसकी खेप कम मात्रा में पहुंच रही है और यही कारण है कि इसके दाम 80 रुपए प्रतिकिलो की दर पर बने हुए हैं। इसके अलावा शकरकंदी और अरबी के दाम भी 80 रुपए प्रतिकिलो की दर से चले हुए हैं।
मंडी में इन दिनों सब्जियों के दामों में काफी गिरावट आई है, जो 50 रुपए प्रतिकिलो की दर से भी नीचे पहुंच गए हैं। आम लोगों को इससे फायदा पहुंचा है। जहां आलू-प्याज के दाम 40 रुपए प्रतिकिलो चले हुए हैं, वहीं टमाटर 20 से 25 रुपए प्रतिकिलो की दर से बिक रहा है। पत्तागोभी, फूलगोभी व गाजर के दाम 20 रुपए प्रतिकिलो चले हुए हैं, जबकि ब्रोकली, शिमला मिर्च, मटर व फ्रासबीन के दाम 40 रुपए की दर से चले हुए हैं। बैंगन 20, कहू 20, चुकंदर 40, खीरा 50 व घीया 30 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है।
मंडी में सब्जियों के अलावा साग की भी खूब खरीद की जा रही है। मेथी 20, सोग, पालक, सोओ 15-15 रुपए गुच्छी, मूली 20 रुपए व शलगम 20 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। इसके अलावा अदरक 80 रुपए प्रतिकिलो, हरी मिर्च भी 80 रुपए प्रतिकिलो बिक रही है। मंडी में फलों की भी खूब खरीद होती है। अमरूद 70 रुपए, किन्नू 70 रुपए, पपीता 60 रुपए, सेब 160 रुपए, अंगूर 120 रुपए, बेर 60 रुपए, अंगूर काला 140 रुपए प्रतिकिलो और खजूर 60 रुपए प्रति पैकेट, जबकि केला 60 से 70 रुपए प्रति दर्जन बिक रहा है।
सब्जी मंडी शिमला के प्रधान विशेषर नाथ ने कहा कि अभी कुछ दिनों सब्जियों के दाम राहत देने वाले रहेंगे, क्योंकि स्थानीय सब्जियों के अलावा बाहरी राज्यों से प्रचुर मात्रा में सब्जियों की खेप आ रही है। आने वाले दिनों में इनके दाम बढ़ने के आसार हैं।