विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने रोकी कुलपति की गाड़ी, पुलिस-कार्यकर्ताओं के बीच हुई धक्कामुक्की

Edited By Kuldeep, Updated: 17 Oct, 2020 06:18 PM

shimla police activist scrimmage

स्नातकोत्तर स्तर के कोर्सों में प्रवेश मैरिट के आधार पर देने के निर्णय के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मोर्चा खोल दिया है।

शिमला (अभिषेक): स्नातकोत्तर स्तर के कोर्सों में प्रवेश मैरिट के आधार पर देने के निर्णय के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को तेज करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति की गाड़ी रोकी। काफी संख्या में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कुलपति की गाड़ी के सामने एकत्रित हो गए और गाड़ी को आगे बढऩे से रोक दिया। इस बीच पुलिस कर्मियों ने इन कार्यकर्ताओं को हटाया। प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा जिस समय गाड़ी को रोका उस समय कुलपति गाड़ी के भीतर ही मौजूद थे और करीब 15 मिनट तक वे गाड़ी में ही बैठे रहे। पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे कार्यकत्र्ताओं को वहां से जबरन हटाया और इस बीच पुलिस और कार्यकत्र्ताओं के बीच काफी धक्कामुक्की भी हुई।

इन कार्यकर्ताओं को वहां से हटाए जाने के बाद कुलपति अपने कार्यालय में गए, लेकिन विद्यार्थी परिषद के कार्यकत्र्ताओं ने अपना प्रदर्शन जारी रखा। विद्यार्थी परिषद के प्रदर्शन को देखते हुए क्यूआरटी भी तैनात की गई। इस दौरान कुलपति कार्यालय का गेट बंद कर बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। इस पूरे घटनाक्रम के बीच दिन भर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर में माहौल गरमाया रहा। इसी बीच कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने विद्यार्थी परिषद के किन्हीं 5 कार्यकर्ताओं को कार्यालय में बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन दिन भर चले इस प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थी परिषद इस मांग पर भी अड़ी रही कि कुलपति अपने कार्यालय से बाहर आकर बात करें। विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र हित से जुड़ी मांग को नहीं सुना जा रहा है और इस दौरान कार्यकर्ताओं को चोटें भी आईं और कुछ कार्यकर्ताओं के कपड़े तक फट गए। दोपहर के समय कुलपति कार्यालय के गेट के बाहर फिर से पुलिस और विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की हुई।

स्नातकोत्तर कक्षाओं में दाखिले प्रवेश परीक्षा के आधार पर होने चाहिए : विशाल
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लगातार मांग कर रही है कि स्नातकोत्तर कक्षाओं में दाखिले प्रवेश परीक्षा के आधार पर होने चाहिए, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया है कि मैरिट के आधार पर प्रवेश होगा और इसके साथ ही प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू हो गई है और विद्यार्थियों द्वारा पी.जी. कोर्सों में प्रवेश के लिए अपने-अपने अंक पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद के विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश परीक्षा की जगह मैरिट के आधार पर पी.जी. कक्षाओं में दाखिल का जो निर्णय लिया गया है, उसका विद्यार्थी परिषद विरोध करती है। उन्होंने कहा कि मैरिट के आधार पर पी.जी. में प्रवेश देने का निर्णय विद्यार्थियों के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि पहले तो प्रवेश परीक्षा के नाम पर फीस वसूली जाती है और बाद में यूजीसी निर्देशों के बहाने प्रवेश परीक्षा नहीं करवाना हजारों विद्यार्थियों के साथ धोखा है।

जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन अपना निर्णय नहीं बदलता तब तक यह आंदोलन रहेगा जारी : राणा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री राहुल राणा ने कहा कि स्नातकोत्तर कोर्सों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही प्रवेश मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन अपना निर्णय नहीं बदलता तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह केवल विद्यार्थी परिषद की मांग नहीं है, बल्कि प्रदेश के हजारों विद्याॢथयों की मांग है।

 

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