Edited By Jyoti M, Updated: 09 Apr, 2025 03:46 PM

शिमला नगर निगम ने शहर में गंदगी फैलने की समस्या को रोकने के लिए एक नया कदम उठाया है। अब शिमला में सभी पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अपने वाहनों में कूड़ा एकत्र करने के लिए एक डस्टबिन या थैला रखना होगा। यह निर्णय पर्यटकों और स्थानीय वाहन मालिकों को...
हिमाचल डेस्क। शिमला नगर निगम ने शहर में गंदगी फैलने की समस्या को रोकने के लिए एक नया कदम उठाया है। अब शिमला में सभी पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अपने वाहनों में कूड़ा एकत्र करने के लिए एक डस्टबिन या थैला रखना होगा। यह निर्णय पर्यटकों और स्थानीय वाहन मालिकों को जागरूक करने के लिए लिया गया है ताकि वे शहर में खुले में कूड़ा न फेंकें और शिमला को स्वच्छ बनाए रखने में अपना योगदान दे सकें।
नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि इस योजना को लागू करने के लिए जल्द ही टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में टैक्सी चालकों को यह समझाया जाएगा कि वे शिमला के पर्यटकों को इस नियम के बारे में जागरूक करें और कूड़ा फैलाने से रोकने के लिए उन्हें प्रेरित करें। इसके लिए टैक्सी चालकों को वाहनों में एक डस्टबिन रखने की सलाह दी जाएगी ताकि यात्री कूड़ा बाहर न फेंकें। साथ ही, कूड़े को इकट्ठा करने के लिए एक किट भी प्रदान की जा सकती है, जिससे टैक्सी चालक और यात्री दोनों शहर को साफ रखने में मदद कर सकेंगे।
इसके अलावा, शिमला नगर निगम ने यह भी योजना बनाई है कि निजी वाहन मालिकों को भी इस पहल में शामिल किया जाएगा। उन्हें अपने वाहनों में कूड़ा एकत्र करने के लिए बैग रखने की सलाह दी जाएगी। अगर वे कूड़ा घर में रखे डस्टबिन में डालते हैं तो निगम का गारबेज कलेक्टर अगले दिन इसे उठाकर ले जाएगा। इससे हर नागरिक और वाहन चालक शिमला को साफ रखने में अपनी भूमिका निभा सकेगा।
यह कदम शिमला नगर निगम द्वारा शहर को गंदगी से मुक्त करने के प्रयासों का हिस्सा है। नगर निगम पहले भी कई योजनाओं पर काम कर रहा है, जैसे कि सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा फेंकने पर जुर्माना, सड़कों और पार्कों की नियमित सफाई, और सार्वजनिक जागरूकता अभियान। अब इस नई योजना से वाहन चालकों और पर्यटकों को शामिल कर, शिमला को एक साफ और हरा-भरा शहर बनाने की दिशा में और एक कदम बढ़ाया जाएगा।
नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि इस पहल को सफल बनाने के लिए 15 अप्रैल के बाद शहर की सभी टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। इसमें उन्हें यह समझाया जाएगा कि कैसे वे अपने ग्राहकों को कूड़ा फेंकने से रोक सकते हैं और शिमला को साफ रखने में अपना योगदान दे सकते हैं।
इसके साथ ही, नगर निगम शिमला इस योजना को लागू करने के बाद पूरे देश में एक संदेश भेजने की योजना बना रहा है, जिसमें यह दिखाया जाएगा कि कैसे शहरों को स्वच्छ रखा जा सकता है और इसके लिए हर नागरिक का योगदान आवश्यक है। इस कदम से शिमला में सफाई की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है, और यह अन्य शहरों के लिए एक उदाहरण बन सकता है।