Edited By Kuldeep, Updated: 10 Jul, 2023 11:04 PM
राज्य के शिमला, बिलासपुर व चम्बा में बारिश के कारण हुए हादसों में 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 5 लोग बह गए हैं। शिमला जिले की ठियोग तहसील के पलवी गांव में सोमवार सुबह 11 बजे एक मकान भूस्खलन की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो गई।
शिमला/कुल्लू (संतोष/शम्भू): राज्य के शिमला, बिलासपुर व चम्बा में बारिश के कारण हुए हादसों में 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 5 लोग बह गए हैं। शिमला जिले की ठियोग तहसील के पलवी गांव में सोमवार सुबह 11 बजे एक मकान भूस्खलन की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो गई। बिलासपुर जिले में नयना देवी के मलेटा गांव में शादी समारोह से लौट रहा बुजुर्ग नाले में बह गया। चम्बा जिले के डल्हौजी से चील बंगला सड़क पर सिया नामक स्थान पर दोपहर को मार्ग दुरुस्त करने में जुटी जे.सी.बी. के चालक की मौत हो गई है। वहीं कुल्लू जिले के पुलिस थाना निरमंड के तहत देवढांक-केदस सड़क पर कार के गहरी खाई में गिरने से 5 लोग काल का ग्रास बन गए हैं।
3 लोग मनाली से बह गए हैं और सिरमौर जिले के धौलाकुआं में देखते ही देखते बरसाती नाला पार करते हुए एक युवक बह गया। बी.बी.एन. में कुल्हाड़ी वाला बरोटीवाला के पास टिपरा नदी में दोपहर को एक प्रवासी युवक नदी पार करते समय बह गया था जिसे थोड़ी दूरी पर साथियों ने पकड़ लिया।उपमंडल स्वारघाट के अंतर्गत मतनोह-मंझेड सड़क पर रोड क्लीयर कर रहे लोक निर्माण विभाग के एक कर्मचारी की मौत हो गई। उधर, सोलन के परवाणू में एक दर्जन वाहन बहे।इसके अतिरिक्त बी.बी.एन. में 3 पुल बह गए हैं। पांवटा से भंंगानी में 30 लोग व मवेशी रैस्क्यू किए गए हैं। उधर, कांगड़ा जिला के जयसिंहपुर में ब्यास में फंसे 14 प्रवासी मजदूर रैस्क्यू किए गए हैं। छोटो भंगाल के लोहारडी में भी आठ पर्यटक फंसे हैं। कुल्लू के तेलंग और पागल नाला के बीच फंसे 100 लोगों को बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया है। अर्की क्षेत्र में 26 मकान वर्षा से क्षतिग्रस्त हुए हंै जबकि 15 गौशालाओं व एक घराट को नुक्सान पहुंचा है। पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगह फंसे 705 लोगों को राहत टीम ने सुरक्षित निकाला है।
कुल्लू के फलाण में बादल फटा
जानकारी के अनुसार राज्य में सोमवार को तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश का कहर जारी रहा। कुल्लू जिले की लगघाटी के फलाण में बादल फट गया है। बादल फटने से 100 बीघा जमीन बह गई है। इसी पंचायत के एक अन्य नाले में बाढ़ के बाद भूस्खलन के खतरे को देखते हुए 12 घरों को खाली करवा दिया गया है। हाथीथान में मणिकर्ण को जाने वाले मार्ग का बड़ा हिस्सा बह गया है। 20 से ज्यादा घर भी बह गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिए हैं। शिमला जिले की ठियोग तहसील के पलवी गांव में सोमवार सुबह 11 बजे एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया।
हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान दीप बहादुर, देवदासी और मोहन बहादुर के तौर पर हुई है। बिलासपुर जिले में नयना देवी के मलेटा गांव में शादी समारोह से लौट रहा बुजुर्ग व्यक्ति नाले में बह गया। शव कालाकुंड नामक जगह पर गोङ्क्षबदसागर झील में मिला है। मृतक की पहचान रामलाल (70) निवासी गांव मलेटा तहसील नयना देवी जी जिला बिलासपुर के रूप में हुई है। डल्हौजी-चील बंगला मार्ग पर सिया में दुर्घटनाग्रस्त जे.सी.बी. के मृत चालक की पहचान 23 वर्षीय अजय कुमार पुत्र मङ्क्षहद्र कुमार निवासी गांव भट्टी डाकघर सुंदली तहसील डल्हौजी के रूप में हुई है। मनाली में 3 वोल्वो बसें व चार लोग बहने से लापता हैं। 3 लोग मनाली से बह गए हैं और एक गाड़ी सहित बहा है।
टोल फ्री नंबर जारी : आपात स्थिति में सहायता के लिए टोल फ्री हैल्पलाइन नंबर 1100, 1070 और 1077 जारी किए गए हैं जबकि सभी जिला स्तर पर भी कई नंबर जारी किए गए हैं। इसके अलावा प्रदेश भर में हुए नुक्सान के आकलन के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है।
सभी फील्ड स्टाफ की छुट्टियां रद्द : आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत राज्य के सभी विभागों के फील्ड स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इस संबंध में मुख्य सचिव एवं आपदा प्रबंधन के चेयरमैन प्रबोध सक्सेना की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं।
72 लोगों की मौत, नुक्सान 7.51 पार
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार 17 दिनों की मानसून की बारिश और खासतौर पर 3 दिनों की भयंकर बारिश में अब तक राज्य में 72 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है और 92 लोग घायल हुए हैं, जबकि 8 लोग लापता हैं। मृतकों में सबसे अधिक शिमला के 22, कुल्लू के 16, चम्बा के 10, बिलासपुर के 2, हमीरपुर के 5, कांगड़ा का 1, किन्नौर के 2, मंडी के 2, सिरमौर के 3, सोलन के 6 और ऊना क 2 लोग शामिल हैं।
आज ऑरैंज अलर्ट तो खराब, 16 तक खराब रहेगा मौसम
मंगलवार को ऑरैंज अलर्ट के साथ मैदानी/निचले, मध्यम व ऊंचे क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा व बिजली गरजने की चेतावनी जारी की है। हालांकि बुधवार से कोई अलर्ट नहीं रहेगा, लेकिन 16 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार चम्बा, कुल्लू, शिमला, सिरमौर, सोलन व मंडी जिलों व इसके आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ आने और नदी-नालों का जलस्तर बढऩे की संभावना जताई गई है।
यहां के लोग फंसे चंद्रताल में
डी.सी. लाहौल-स्पीति राहुल कुमार ने बताया कि चंद्रताल में फंसे लोगों में पुरुष 225 व 75 महिलाएं शामिल हंै। इनमें हिमाचल से 35 और अन्य राज्य से 262 लोग शामिल हैं। इसी तरह से 3 विदेशी नागरिक हैं जिनमें 4 आयरलैंड और एक यू.एस.ए. से है। उन्होंने बताया कि यह सभी लोग सुरक्षित हैं।