Edited By Kuldeep, Updated: 14 Feb, 2025 05:39 PM
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हिमाचल सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए अपने शिक्षकों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित करने की दिशा में ऐतिहासिक पहल की है।
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए अपने शिक्षकों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित करने की दिशा में ऐतिहासिक पहल की है। आई.आई.एम. से ट्रेनिंग देने के बाद अब प्रदेश सरकार ने सिंगापुर की प्रतिष्ठित प्रिंसीपल्स एकैडमी के साथ एक महत्वपूर्ण करार किया है। इस समझौते के अंतर्गत हिमाचल के शिक्षकों को सिंगापुर में आधुनिक शिक्षण विधियों, नेतृत्व कौशल और नवाचार आधारित शिक्षण प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल का एक दल सिंगापुर पहुंचा।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की उपस्थिति में प्रिंसीपल्स एकैडमी के साथ यह ऐतिहासिक समझौता हुआ। इस दल में पूर्व सीपीएस आशीष बुटेल, समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा, उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, संयुक्त शिक्षा सचिव सुनील वर्मा और अतिरिक्त सचिव निशांत ठाकुर, अतिरिक्त उच्च शिक्षा निदेशक संजीव सूद, सचिव हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड मेजर विशाल शर्मा भी शामिल थे। सिंगापुर में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में प्रिंसीपल्स एकैडमी के चेयरमैन एवं सीईओ एज्रा नग, एडवाइजरी कमेटी की चेयरपर्सन लिम लाई चेंग, जनरल मैनेजर जेरमिन नाई, एसोसिएट डायरैक्टर डैरेन और जोसेफ सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
प्रिंसीपल्स एकैडमी के साथ करार से नहीं पड़ेगा कोई वित्तीय भार, ऑनलाइन प्रशिक्षण मॉड्यूल किए जाएंगे तैयार
हिमाचल की प्रिंसीपल्स एकैडमी के साथ करार से जहां हिमाचल के शिक्षकों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण मिलेगा, वहीं इस करार से हिमाचल पर कोई वित्तीय भार नहीं पड़ेगा। इस ऐतिहासिक सांझेदारी के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश के शिक्षकों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह समझौता शिक्षकों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ शिक्षण प्रणालियों का अनुभव प्रदान करेगा, जिससे वे अपने विद्यार्थियों को वैश्विक दृष्टिकोण से शिक्षित कर सकें।
इससे हिमाचल के शिक्षकों को जरूरतों के हिसाब से प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे पठन-पाठन में संरचनात्मक बदलाव आएंगे। इस करार के तहत दोनों पक्षों के बीच सहयोग कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किया जाएगा। इसमें स्कूलों के प्रधानाचार्यों, प्रशासकों और शिक्षकों के लिए नवीन शिक्षण पद्धतियों, नेतृत्व क्षमता और स्कूल प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना शामिल है। साथ ही शिक्षकों के ज्ञानवर्धन के लिए कार्यशालाएं, सैमीनार और आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश के शिक्षकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन और प्रत्यक्ष प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे।
हिमाचल के शिक्षक ही सिंगापुर नहीं जाएंगे, बल्कि सिंगापुर के अनुभवी शिक्षक और विशेषज्ञ हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगे
इस समझौते के तहत हिमाचल के शिक्षक ही सिंगापुर नहीं जाएंगे, बल्कि सिंगापुर के अनुभवी शिक्षक और विशेषज्ञ भी हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगे। वे यहां के स्कूलों में शिक्षण प्रक्रियाओं का मूल्यांकन करेंगे और स्थानीय जरूरतों के अनुसार शिक्षकों को प्रशिक्षित करने में सहयोग प्रदान करेंगे। इससे हिमाचल के स्कूलों तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की विशेषज्ञता पहुंंचाई जा सकेगी और शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
सिंगापुर के साथ करार हिमाचल में शिक्षण तकनीकों में बदलाव लाएगा : रोहित ठाकुर
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सिंगापुर के साथ हमारा जुड़ाव केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कई शताब्दियों से भारत के सिंगापुर के साथ गहरे संबंधों पर आधारित रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत प्रौद्योगिकी, आर्थिक और रणनीतिक संबंध हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सिंगापुर ने भारत के विकास में अहम योगदान दिया है। सिंगापुर भारत को शहरी योजना, प्रौद्योगिकी और स्मार्ट सिटी मिशन में अपनी विशेषज्ञता प्रदान कर रहा है। समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने इस सांझेदारी पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल के शिक्षक प्रिंसीपल्स एकैडमी सिंगापुर के अनुभवी शिक्षकों से संवाद करने और नवीन शिक्षण विधियां सीखने का अनमोल अवसर प्राप्त करेंगे। उनका मानना है कि इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से प्रदेश के स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों को बेहतर भविष्य के लिए तैयार किया जा सकेगा।