Edited By Kuldeep, Updated: 18 Jun, 2025 06:49 PM

इस बार स्टेट टीचर अवार्ड के लिए शिक्षा विभाग स्वयं पात्र शिक्षकों की तलाश करेगा। विभाग ने इसकी जिम्मेवारी जिला उपनिदेशकों को दी है।
शिमला (प्रीति): इस बार स्टेट टीचर अवार्ड के लिए शिक्षा विभाग स्वयं पात्र शिक्षकों की तलाश करेगा। विभाग ने इसकी जिम्मेवारी जिला उपनिदेशकों को दी है। जिला उपनिदेशक फिल्ड में उतरकर ऐसे शिक्षकों को आइडैंटिफाई करेंगे, जो सही मायने में इस अवार्ड के हकदार हैं। जिनके बीते वर्षों के रिजल्ट बेहतर हैं, जिन्होंने स्कूलों में इनरोलमैंट बढ़ाने और नवाचार को लेकर बेहतरीन कार्य किए हैं। बताया जा रहा है कि इसके लिए इस बार 7 से 8 अवार्ड रिजर्व रखे जाएंगे। इसमें ऐसे शिक्षकों को ही सम्मानित किया जाएगा, जिनके नाम जिला उपनिदेशकों से आएंगे। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बीते मंगलवार को हुई विभाग की समीक्षा बैठक में ऐसे निर्देश दिए हैं। बैठक में जिला उपनिदेशकों को अभी से फील्ड में उतरकर ऐसे शिक्षकों की तलाश शुरू करने को कहा है।
हालांकि इस दौरान ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया भी जारी रहेगी, लेकिन इस बार आवेदन के आधार पर मिलने वाले अवार्ड की संख्या घटकर 16 की जा सकती है, क्योंकि 7 अवार्ड के लिए विभाग स्वयं शिक्षकों का चयन करेगा। इसमें दुर्गम व जनजातीय क्षेत्रों के स्कूलों में वर्षों से सेवाएं देने वाले शिक्षकों को भी शामिल किया जाएगा। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में कई स्कूल ऐसे हैं, जहां सिंगल टीचर है, लेकिन उनके परीक्षा परिणाम अन्य के मुकाबले बेहतर हैं। ऐसे में इस बार अवार्ड के लिए ऐसे ही शिक्षकों का चयन किया जाएगा।
छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले शिक्षकों को तुरंत सस्पैंड करने के हैं निर्देश
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि स्कूलों में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले शिक्षकों को तुरंत सस्पैंड करने के निर्देश हैं। जिला उपनिदेशकों को ऐसे मामलों पर पहले शिक्षक को सस्पैंड करने उसके बाद जांच व अन्य औपचारिकताएं पूरी करने को कहा गया है।