Shimla: हिमाचल को सुनियोजित तरीके से बदनाम कर रहे कुछ लोग : विक्रमादित्य

Edited By Kuldeep, Updated: 19 Mar, 2025 08:15 PM

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हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट पर बुधवार को भी चर्चा जारी रही। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी चर्चा में भाग लेते हुए तीखे तेवर दिखाए और विपक्ष को घेरने का प्रयास किया।

शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट पर बुधवार को भी चर्चा जारी रही। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी चर्चा में भाग लेते हुए तीखे तेवर दिखाए और विपक्ष को घेरने का प्रयास किया। इस दौरान उनकी एक टिप्पणी से सदन का माहौल एकाएक गर्मा गया और विपक्ष ने उनकी टिप्पणी पर एतराज जताया। ऐसे में विपक्ष के विरोध पर मंत्री के कुछ शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया। मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कुछ लोग सुनियोजित तरीके से बाहर जाकर हिमाचल का नाम बदनाम करने की कोशिश में लगे हैं, जो प्रदेश के हक में नहीं है। उन्होंने कहा कि विरोध के लिए विरोध नहीं होना चाहिए। विपक्ष यदि प्रदेश की बेहतरी के लिए भी सुझाव देता तो अच्छा लगता। उन्होंने कहा कि आपदा से प्रदेश में भारी नुक्सान हुआ लेकिन पीडीएनए का लगभग 10 हजार करोड़ अभी तक नहीं मिला है।

उन्होंने कहा कि इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और प्रदेश हित में सभी को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे मसले होते हैं जिन पर पक्ष और विपक्ष को एक साथ प्रदेश हित में आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीमित साधनों के बावजूद हर वर्ग को राहत देने वाला बजट पेश किया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि जिस तरह के शब्द का प्रयोग मंत्री कर रहे हैं, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में नशे का चलन बढ़ता जा रहा है। चिट्टे की ओवरडोज से सड़कों पर युवाओं की मौतें हो रही हैं। लोगों को नशे से बचाना सत्ता पक्ष और विपक्ष की जिम्मेदारी है। हिमाचल सबका है। विधायक नीरज नैयर ने कहा कि सरकार द्वारा व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में उठाए गए कदमों के परिणाम सामने आने लगे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने सत्ता में आते ही ओपीएस की गारंटी को पूरा किया है। खराब वित्तीय स्थिति के बावजूद आपदा के दौरान सरकार ने हर प्रभावित को राहत देने के लिए 4500 करोड़ का पैकेज दिया लेकिन अभी तक केंद्र से कोई राहत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि हिमाचल को उत्तराखंड की तर्ज पर आर्थिक पैकेज मिला चाहिए। विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने कहा कि विपक्ष का काम केवल सरकार को कोसना रह गया है। विधायक सुरेश कुमार ने कहा कि जो बजट मुख्यमंत्री ने पेश किया है, वह लोक हितैषी और आत्मनिर्भर हिमाचल का रास्ता प्रशस्त करने वाला है। उन्होंने कहा कि केंद्र जिस तरह का व्यवहार राज्य के साथ कर रहा है, उससे सभी परिचित हैं। विधायक जीत राम कटवाल ने कहा कि बजट में ऐसा कोई भी प्वाइंट नजर नहीं आ रहा है, जिसका समर्थन किया जा सके। विधायक मलेंद्र राजन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो बजट पेश किया है, उसमें प्रत्येक वर्ग के हितों का ध्यान रखा गया है।

सरकार ने जनता को दिन में ही तारे दिखा दिए : सुधीर
विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि सरकार जिस सोच से चल रही है, वही आज सबसे बड़ी समस्या बन गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बजट वाले दिन आल्टो कार में आए लेकिन जिस वाहन में वह आए, वह 22 वर्ष पुराना है, ऐसे में खुद को खतरे में डाल रहे हैं। यदि कार से इतना ही प्यार है तो उसका एक टॉय बना लें या फिर एक लॉकेट बनाकर पहन लें। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष में सरकार ने जनता को दिन में तारे दिखा दिए हैं, न जाने कौन सलाह दे रहा है।

सत्ता में आते ही स्कूल-स्वास्थ्य संस्थान किए बंद : बलवीर
विधायक बलवीर वर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने के बाद उन स्कूलों को बंद किया जहां बच्चे पढ़ रहे थे। साथ ही उन स्वास्थ्य संस्थानों में ताले लगाए जहां रोगियों का इलाज हो रहा था। स्थिति ये है कि चौपाल विधानसभा क्षेत्र में 70 प्रतिशत डॉक्टरों के पद रिक्त चल रहे हैं।

हमीरपुर जिले के अस्पतालों की स्थिति ठीक नहीं : लखनपाल
विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने बजट चर्चा में भाग लेते हुए अपने विधानसभा क्षेत्रों से जुड़े विभिन्न मामलों को उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिला हमीरपुर से संबंध रखते हैं लेकिन वहां के अस्पतालों की स्थिति ठीक नहीं है। साथ ही कहा कि बजट में अनुसूचित जाति के लोगों को निराशा हाथ लगी है।

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