Edited By Kuldeep, Updated: 09 Jul, 2025 05:33 PM

जनरल प्रोविडैंट फंड (जीपीएफ) ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसके तहत जीपीएफ ब्याज दर 7.1 फीसदी पर स्थिर है।
शिमला (कुलदीप): जनरल प्रोविडैंट फंड (जीपीएफ) ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसके तहत जीपीएफ ब्याज दर 7.1 फीसदी पर स्थिर है। इस तरह से कोरोना काल से लेकर अब तक कर्मचारियों को जीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दरों में कोई बढ़ौतरी नहीं हो पाई है। यानी अब वित्त वर्ष 2025-26 में 1 जुलाई से 30 सितम्बर, 2025 तक जीपीएफ पर 7.1 फीसदी ब्याज मिलेगा। ब्याज दरों में बढ़ौतरी नहीं होने से कर्मचारियों को फिर से निराशा हाथ लगी है। इससे पहले 1 अक्तूबर से दिसम्बर, 2019 और 1 जनवरी से 31 मार्च, 2020 के मध्य ब्याज दर 7.9 फीसदी थी।
उसके बाद कोरोना काल में ब्याज दर में 0.8 फीसदी की कटौती हुई। इससे पहले अप्रैल से जून, 2019 तक ब्याज दर 8.0 फीसदी तथा अप्रैल, 2017 से 30 जून, 2017 की अवधि में भी 7.9 फीसदी ब्याज दर निर्धारित की गई थी। उल्लेखनीय है कि राज्य में करीब 1.82 लाख कर्मचारी जीपीएफ के दायरे में आते हैं। इस राशि पर कर्मचारियों को सरकार की तरफ से ब्याज मिलता है, जिसकी दरें समय-समय पर निर्धारित की जाती हैं। जीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज में साल दर साल कटौती होती रही है। वर्ष 2015-16 में ब्याज दर 8.7 फीसदी थी। इसी तरह वर्ष 2014-15 के दौरान भी ब्याज दर को 8.7 फीसदी ही रखा गई थी।
जीपीएफ राशि के 600 करोड़ जमा
हिमाचल प्रदेश सरकार के पास इस समय कर्मचारियों के जीपीएफ की राशि के रूप में करीब 600 करोड़ रुपए जमा हैं। इसमें से कुछ राशि को कर्मचारी सेवानिवृत्ति से पहले भी निर्धारित प्रपत्र पर निकालने के लिए आवेदन कर सकते हैं तथा सेवानिवृत्ति के बाद इसे ब्याज सहित कर्मचारियों को अदा किया जाता है।