Edited By Kuldeep, Updated: 19 Feb, 2025 09:38 PM
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खराब परीक्षा परिणाम आने पर शिक्षकों की इंक्रीमैंट न रोकने की मांग राजकीय टीजीटी कला संघ प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल ने प्रदेश सरकार से की है।
शिमला (ब्यूरो): खराब परीक्षा परिणाम आने पर शिक्षकों की इंक्रीमैंट न रोकने की मांग राजकीय टीजीटी कला संघ प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल ने प्रदेश सरकार से की है। दो सत्र पूर्व अनुबंध पर तैनात टीजीटी शिक्षकों के खराब परीक्षा परिणाम बारे अगर कार्यवाही अब शुरू करते हुए वेतन वृद्धि रोकी है तो यह गलत होगा क्योंकि नियमित सेवा होने के बाद पिछले सत्रों की खराब परीक्षा परिणाम के चलते इंक्रीमैंट रोकने से अधिक आर्थिक नुक्सान होगा। उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों ने स्कूलों में स्टाफ उपलब्ध नहीं होने के चलते स्कूल के सारे डाक कार्य और गैर शैक्षिक कार्य किए हैं, उनकी इंक्रीमैंट रोकने की बजाय चेतावनी जारी करना सही कदम होना था।
उन्होंने कहा कि कोविड में बच्चों की पढ़ाई में हुए नुक्सान के चलते अगले सत्रों 2021 से 2023 तक काफी गिरावट हुई थी, ऐसे में इसका सारा जिम्मा शिक्षकों पर नहीं थोपा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में परीक्षा परिणाम शून्य था, संघ उनकी इंक्रीमैंट बहाली के लिए नहीं कह रहा है मगर जिन स्कूलों में औसत से नीचे परिणाम आने पर इंक्रीमैंट रोकने के लिए आदेश हुए हैं, उन पर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि संघ ने निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा से इस बारे में शीघ्र रिव्यू करने की अपील की है।