Edited By Kuldeep, Updated: 14 Jun, 2025 05:58 PM

स्कूलों में ज्वाइनिंग देने के बाद भी एनटीटी शिक्षकों के डिप्लोमा की जांच होगी। एनटीटी के फर्जी डिप्लोमा की आशंका के बाद शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया है।
शिमला (प्रीति): स्कूलों में ज्वाइनिंग देने के बाद भी एनटीटी शिक्षकों के डिप्लोमा की जांच होगी। एनटीटी के फर्जी डिप्लोमा की आशंका के बाद शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया है। इसके तहत विभाग चयनित हुए एनटीटी शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच करवाएगा। स्कूल शिक्षा निदेशालय को कई ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिसमें एनटीटी का फर्जी डिप्लोमा लेकर नौकरी की बात कही गई है। इसी को देखते हुए विभाग ने सभी कंपनियों को, जो इन दिनों एनटीटी के इंटरव्यू ले रही हैं, को सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की सही से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। निदेशालय ने स्पष्ट कहा है कि यदि फर्जी डिप्लोमा पर किसी को नौकरी दी गई, तो उक्त कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की सिफारिश सरकार से की जाएगी।
विभाग की मानें तो जैसे ही कंपनियां एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया पूरा कर लेंगी, इसके बाद स्कूल में ज्वाइनिंग देने से पहले उक्त एनटीटी शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता, एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डिप्लोमा की जांच की जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर उप शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में कमेटियां गठित की जाएंगी। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि एनटीटी भर्ती में एनसीटीई की गाइडलाइन मान्य होगी। इसके लिए एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान से दो वर्ष का एनटीटी डिप्लोमा अनिवार्य किया गया है। गौर हो कि इन दिनों प्रदेश के हर जिला में यह भर्ती की जा रही है। जिला शिमला में 15 जून यानि रविवार को ठियोग के बगैण स्कूल में एनटीटी के इंटरव्यू होंगे।
एनटीटी के डिप्लोमा सहित शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की होगी जांच : निदेशक
निदेशक आशीष कोहली का कहना है कि स्कूल शिक्षा निदेशालय भी एनटीटी डिप्लोमा व अन्य शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच करेगा। फर्जी डिप्लोमा पाया गया तो एनटीटी शिक्षक को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा और भर्ती करने वाली कंपनी को भी ब्लैकलिस्ट करने की सिफारिश सरकार से की जाएगी।