Edited By Kuldeep, Updated: 20 Dec, 2025 07:52 PM

हिमाचल प्रदेश पुलिस एवं औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा 19 एवं 20 दिसम्बर को दो-दिवसीय राज्य स्तरीय विशेष प्रवर्तन अभियान संचालित किया गया।
शिमला (संतोष): हिमाचल प्रदेश पुलिस एवं औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा 19 एवं 20 दिसम्बर को दो-दिवसीय राज्य स्तरीय विशेष प्रवर्तन अभियान संचालित किया गया। इस अभियान का उद्देश्य प्रतिबंधित एवं नियंत्रित औषधियों की अवैध बिक्री, दुरुपयोग तथा डायवर्जन पर प्रभावी अंकुश लगाना है। उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर प्रदेश भर में 80 संदिग्ध कैमिस्ट/मैडीकल दुकानों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध आकस्मिक, सुनियोजित एवं सघन निरीक्षण किया गया। इस विशेष अभियान के दौरान जिला सोलन की 6, सिरमौर की 5, बद्दी क्षेत्र की 8, मंडी की 5, कुल्लू की 2, हमीरपुर की 3, बिलासपुर की 8, कांगड़ा की 19, नूरपुर की 7, चम्बा की 6 एवं ऊना में स्थित 11 चिन्हित दुकानों की गहन जांच की गई।
निरीक्षण के दौरान एनडीपीएस अधिनियम, ड्रग्स एवं कॉस्मैटिक्स अधिनियम तथा अन्य प्रासंगिक कानूनों के अंतर्गत वैध लाइसैंस, क्रय-विक्रय अभिलेख, स्टॉक रजिस्टर, चिकित्सकीय पर्चे, बिलिंग/डिजिटल लेन-देन एवं नियंत्रित/मन: प्रभावी औषधियों के वितरण की प्रक्रिया की विस्तार से जांच की गई। अभियान के दौरान 8 दुकानों में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। जिला ऊना में एक दुकान के मालिक के विरुद्ध एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया। दुकान से 2330 ट्रामाडोल गोलियां, 800 प्रीगैबलिन कैप्सूल तथा 24 लाख रुपए नकद बरामद किए गए।
ड्रग्स एवं कॉस्मैटिक्स अधिनियम के अंतर्गत बिलासपुर में 2, बद्दी, ऊना, नूरपुर, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में 1-1 दुकान के विरुद्ध कार्रवाई की की गई, जिनसे 2117 प्रीगैबलिन कैप्सूल एवं 14 स्ट्रिप्स एबॉर्शन किट जब्त की गई है। शेष दुकानों को नियमानुसार परामर्श, दिशा-निर्देश एवं सख्त चेतावनी जारी की गई, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अवैध बिक्री, दुरुपयोग अथवा दवाओं के डायवर्जन को रोका जा सके।
डीजीपी अशोक तिवारी ने कहा कि आगामी दिनों में नशे के विरुद्ध कार्रवाई को और अधिक तेज किया गया है। प्रदेश से चिट्टे के समूल नाश के लिए पुलिस ने नागरिकों, विशेषकर युवाओं से चिट्टा एवं नशे से संबंधित सूचना 112 अथवा निकटतम पुलिस थाना में देने की अपील की है। यह सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।