Edited By kirti, Updated: 17 Sep, 2019 01:11 PM
सायर संक्रांति के अवसर पर पारंपरिक व्यंजनों से लगघाटी मेहक उठी हैं। घाटी में लोगोंं ने सोमवार शाम को अपने घरों में पारंपिक व्यंजनों को शुरू किया हैं और अपने देवी देवता को पहले दवू चढ़ाकर सुख समृद्वि का आशीवाद भी लिया। वहीं आज भल्ले, कचैरियां व अन्य...
कुल्लू(दिलीप): सायर संक्रांति के अवसर पर पारंपरिक व्यंजनों से लगघाटी मेहक उठी हैं। घाटी में लोगोंं ने सोमवार शाम को अपने घरों में पारंपिक व्यंजनों को शुरू किया हैं और अपने देवी देवता को पहले दवू चढ़ाकर सुख समृद्वि का आशीवाद भी लिया। वहीं आज भल्ले, कचैरियां व अन्य व्यजन महमानों को परोसे जाएगें। गांव के लोग एक दूसरे के घर-घर जाकर अपने से बड़ों को दवू देकर साथ ही साथ पारंपरिक व्यंजनों को भी लुप्त लेगें।
इस दिन लोग अपन कुल देवता,ग्राम देवता, स्थानिय देवता व देवी देवताओं को भी हरी दवू देकर सुख समृद्वि का आर्शिवाद लेगें। इसके पिछे ये मान्यता हैं कि हरी दूब बांटकर आर्शिवाद लेने से घर में सुख स्मृद्वि का आगमन होता हैं जिस प्रकार से हरी फसलों खेत खलियान लहलाते हैं उसी प्रकार जीवन में भी हरियाली आती है।