Edited By Jyoti M, Updated: 07 Oct, 2024 04:15 PM
हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन एवं प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) ने इस साल अपने तीन संयंत्रों में अब तक 1,545 मीट्रिक टन सेब जूस कंसंट्रेट का रिकॉर्ड उत्पादन किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि इसमें से 814 मीट्रिक टन शिमला के...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन एवं प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) ने इस साल अपने तीन संयंत्रों में अब तक 1,545 मीट्रिक टन सेब जूस कंसंट्रेट का रिकॉर्ड उत्पादन किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि इसमें से 814 मीट्रिक टन शिमला के पराला संयंत्र से, 653 मीट्रिक टन सोलन के परवाणू संयंत्र से, और 78 मीट्रिक टन मंडी के जरोल संयंत्र से आया है।
सीएम ने कहा कि एचपीएमसी ने खरीदे गए सेबों का अधिकतर हिस्सा प्रसंस्करण के लिए उपयोग किया है। इस सीजन में, 92 प्रतिशत सेबों का सफलतापूर्वक प्रसंस्करण किया गया है। इस वर्ष 29,200 मीट्रिक टन सेब खरीदे गए, जिसमें से 19,437 मीट्रिक टन एचपीएमसी के 206 केंद्रों से और 9,764 मीट्रिक टन हिमफेड के 109 केंद्रों से खरीदे गए हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में सेब का मौसम अभी भी जारी है और अधिक से अधिक सेब खरीदे जा रहे हैं। किसानों से बेहतर गुणवत्ता वाले सेब खरीदने के लिए, एचपीएमसी ने क्रेट का इस्तेमाल करके 1,219 मीट्रिक टन सेब खरीदे हैं। खास बात यह है कि इस बार चंबा जिले के पांगी क्षेत्र में भी सेब की खरीद शुरू हुई है। एचपीएमसी ने एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया है, जिससे खरीद, परिवहन और प्रसंस्करण की जानकारी आसानी से मिलती है। इससे सेब उत्पादकों को बेहतर सेवाएं मिल रही हैं।
इसके अलावा, एचपीएमसी ने अपनी प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाई है। इस साल की पेराई क्षमता 39,000 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है। एचपीएमसी ने दिल्ली मेट्रो स्टेशनों और अन्य प्रमुख स्थानों पर नए खुदरा आउटलेट भी खोले हैं, जिससे उसकी बाजार उपस्थिति बढ़ रही है। इस तरह, हिमाचल प्रदेश में सेब के उत्पादन और प्रसंस्करण में काफी प्रगति हो रही है।