Edited By Vijay, Updated: 12 Dec, 2025 06:53 PM

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) के यूनिवर्सिटी इंस्टीच्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी (यूआईटी) में चल रहे बीटैक कोर्स के दूसरे सैमेस्टर के परीक्षा परिणाम पर सवाल उठे हैं। इन परीक्षाओं में कई विद्यार्थियों के फेल होने पर वे परेशान हो गए हैं। हालांकि फेल हुए...
शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) के यूनिवर्सिटी इंस्टीच्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी (यूआईटी) में चल रहे बीटैक कोर्स के दूसरे सैमेस्टर के परीक्षा परिणाम पर सवाल उठे हैं। इन परीक्षाओं में कई विद्यार्थियों के फेल होने पर वे परेशान हो गए हैं। हालांकि फेल हुए विद्यार्थियों का दावा है कि उनका पेपर अच्छा हुआ था, लेकिन उन्हेें फेल दर्शाया गया है। अब विद्यार्थी विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग कर रहे हैं उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की नि:शुल्क रि-चैकिंग की जाए। उनका दावा है कि कई विद्यार्थी टॉपर रहे हैं, लेकिन इस बार परीक्षा में वे फेल हो गए हैं। इस मामले को लेकर अब विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष मामला उठाने का निर्णय लिया है और वे जल्द विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. महावीर सिंह व परीक्षा नियंत्रक प्रो. श्याम लाल कौशल से मिलेंगे। विद्यार्थियों का कहना है कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पेपरों की रि-चैकिंग नहीं की तो वे इसको लेकर आरटीआई फाइल करेंगे।
यहां बता दें कि बीटैक का यह परीक्षा परिणाम घोषित होने पर कई विद्यार्थियों के फेल होने पर उन्होंने परीक्षा परिणाम को लेकर यूआईटी प्रबंधन के समक्ष शिकायत की थी, जिसके बाद तुरंत मामले को विश्वविद्यालय के परीक्षा शाखा को भेज दिया गया था। इस बीच मामला कुलपति प्रो. महावीर सिंह के ध्यान में भी लाया गया। हालांकि बीटैक द्वितीय व चतुर्थ सैमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित होने पर परीक्षाओं की पास प्रतिशतता कम रहने पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने मामले की जांच को लेकर पहले ही कमेटी का गठन कर दिया था और रिपोर्ट तलब की थी। सूत्रों के अनुसार अब तक जांच में परीक्षाओं में बैठे विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है और मूल्यांकन सही हुआ है। इसके अलावा प्रश्न पत्र का कठिनाई स्तर की भी जांच की गई और यह स्तर पर सब्जैक्ट एक्सपर्ट्स की ओर से सामान्य पाया गया है। अब मामले की विस्तृत जांच रिपोर्ट कुलपति को सौंपी जाएगी। कुलपति, हिप्र विश्वविद्यालय प्रो. महावीर सिंह, ने कहा कि बीटैक की परीक्षाओं की पास प्रतिशतता कम रहने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए कमेटी गठित की गई है। मामले का अध्ययन किया जा रहा है।