Edited By Vijay, Updated: 17 Oct, 2024 06:32 PM
प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेजों की इंटरनल रैंकिंग शुरू हो गई है। इसके पहले चरण में कॉलेजों द्वारा इंटरनल असैसमैंट फार्म भरा जा रहा है।
शिमला (प्रीति): प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेजों की इंटरनल रैंकिंग शुरू हो गई है। इसके पहले चरण में कॉलेजों द्वारा इंटरनल असैसमैंट फार्म भरा जा रहा है। कॉलेज प्रशासन स्वयं इस फार्म को भर रहा है। इसमें कॉलेजों में क्या-क्या सुविधाएं हैं, कोर्सिज से लेकर स्टाफ सहित मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसे विभाग की वैबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। इस दौरान विभाग ने कॉलेजों को फार्म के साथ संबंधित डॉक्यूमैंट भी अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। कॉलेजों की मानें तो इस दौरान डॉक्यूमैंट अपलोड करने में दिक्कत आ रही है।
ऐसे में कॉलेज प्रशासन विभाग से इसमें छूट मांग रहे हैं। विभाग ने कॉलेजों को यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए 23 अक्तूबर तक का समय दिया है। हालांकि इस बीच कलस्टर कमेटियां एक-दूसरे कलस्टर के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों की असैसमैंट करेंगी। कमेटी कॉलेजों में जाकर फार्म की वैरीफिकेशन करेगी और वहां सुविधाएं जांचेगी। देखा जाएगा कि कॉलेजों में छात्रों की संख्या कितनी है, शिक्षक कितने हैं, गैर-शिक्षण स्टाफ कितना है। इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर अन्य सुविधाएं किस प्रकार की हैं, बजट संबंधी सभी रिकार्ड लिए जाएंगे।
इस दौरान कमेटी डॉक्यूमैंट भी चैक करेगी। इसके बाद कमेटियां इसका आकलन कर विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगी। इस दौरान 23 कॉलेजों के कलस्टर बनाए गए हैं। ये कलस्टर कमेटियां ही एक-दूसरे कलस्टर के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों की असैसमैंट करेंगी। असैसमैंट के लिए 1100 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें से कॉलेजों को अंक दिए जाएंगे। ज्यादा स्कोर लेने वाले कॉलेजों को राज्य सरकार की ओर से ग्रांट भी अच्छी मिलेगी, साथ ही ऐसे काॅलेजों को सम्मानित भी किया जाएगा। गौर हो कि प्रदेश के 138 कॉलेज हैं, जिनमें 3 लाख से ज्यादा छात्र विभिन्न कोर्स में पढ़ाई कर रहे हैं।
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