Edited By Kuldeep, Updated: 20 Dec, 2024 06:22 PM
निजी अस्पताल में ऑप्रेशन के बाद महिला मरीज की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। स्वास्थ्य सचिव ने ऑप्रेशन करने वाली सरकारी महिला चिकित्सक को सस्पैंड करते हुए उनका हैडक्वार्टर शिमला तय कर दिया है।
ऊना (विशाल): निजी अस्पताल में ऑप्रेशन के बाद महिला मरीज की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। स्वास्थ्य सचिव ने ऑप्रेशन करने वाली सरकारी महिला चिकित्सक को सस्पैंड करते हुए उनका हैडक्वार्टर शिमला तय कर दिया है। मृतका के पारिवारिक सदस्यों ने भी शुक्रवार को पुलिस थाना सदर और क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचकर मामले में न्याय की मांग उठाई है।उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि 3 दिनों के भीतर इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो धरने प्रदर्शन शुरू किए जाएंगे जिसमें किसान जत्थेबंदियों को शामिल होने का आग्रह भी किया जाएगा।
इसकी पूरी जिम्मेदारी हिमाचल प्रशासन की होगी। मृतका के पारिवारिक सदस्य गुरचरण सिंह ने परिवार के अन्य लोगों के साथ थाना सदर पहुंचकर बयान कलमबद्ध करवाए और महिला चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग भी की। इसके बाद उन्होंने क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचकर सीएमओ ऊना डाॅ. एसके वर्मा और एमएस डाॅ. संजय मनकोटिया से मुलाकात करते हुए सरकारी महिला चिकित्सक को तत्काल नौकरी से बर्खास्त करने का आग्रह किया, वहीं निजी अस्पताल के चिकित्सकों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग उठाई।
सीएमओ ऊना डाॅ. एसके वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य सचिव द्वारा उक्त महिला चिकित्सक को सस्पैंड कर दिया गया है और उसका हैडक्वार्टर शिमला तय किया गया है। निजी अस्पताल से अन्य रिकार्ड भी मांगा गया है और मामले में पूरी जांच रिपोर्ट बनाकर निदेशालय को प्रेषित कर दी जाएगी। संजीव भाटिया, एएसपी ऊना ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज है और पारिवारिक सदस्यों के बयान लिए गए हैं। क्रमवार जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है और टांडा मैडीकल कालेज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।