Edited By Vijay, Updated: 04 Aug, 2022 05:34 PM
1350 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे पांवटा साहिब-शिलाई नैशनल हाईवे-707 पर बन रही दीवारें बरसात में ताश के पत्तों की तरह ढह रही हैं, जिस कारण गुणवत्ता पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
पांवटा साहिब (संजय): 1350 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे पांवटा साहिब-शिलाई नैशनल हाईवे-707 पर बन रही दीवारें बरसात में ताश के पत्तों की तरह ढह रही हैं, जिस कारण गुणवत्ता पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा नैशनल हाइवे-707 पर 104 किलोमीटर के 4 भागों में 1350 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य चला हुआ है। हैवणा से बोहराड़ तक 25 किलोमीटर का निर्माण कार्य आरजीबी कंपनी कर रही है।
आरजीबी कंपनी ने बड़वास से शिल्ला के बीच सड़क के साथ दीवारों का निर्माण कार्य किया लेकिन बड़वास के नजदीक आरडी नंबर 28/100 के आसपास बनी सुरक्षा दीवारें बरसात में ताश के पत्तों की तरह बिखर रही हैं, जिसमें साफ दीखाई दे रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान सीमैंट बहुत ही कम डाला गया है, जिससे निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। इससे पहले भी कई बार क्षेत्र के ग्रामीण निर्माण कार्य में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठा चुके हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने इस नैशनल हाईवे को ग्रीन कोरिडोर प्रोजैक्ट में डाला है। जिसको एनएचएआई अथॉरिटी खुद देख रही है लेकिन उसके बावजूद भी लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। उधर, एनएचएआई अथॉरिटी के सहायक अभियंता सूर्य प्रताप सिंह ने बताया की शिकायत मिली है, जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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