Edited By Kuldeep, Updated: 27 Nov, 2023 11:29 PM

हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर कुल्हाल बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन ने दिल्ली से हरिद्वार जाने के लिए पांवटा साहिब से होकर निकले सिख समुदाय के एक जत्थे को रोक लिया। पुलिस प्रशासन ने जत्थे में शामिल लोगों को समझा-बुझाकर वापस लौटा दिया।
पांवटा साहिब (संजय): हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर कुल्हाल बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन ने दिल्ली से हरिद्वार जाने के लिए पांवटा साहिब से होकर निकले सिख समुदाय के एक जत्थे को रोक लिया। पुलिस प्रशासन ने जत्थे में शामिल लोगों को समझा-बुझाकर वापस लौटा दिया। आल इंडिया सिख फैडरेशन के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बब्बर के नेतृत्व में चल रही ज्ञान गोदड़ी यात्रा दोपहर बाद उत्तराखंड के कुल्हाल बॉर्डर पर पहुंची। यात्रा के आने की पूर्व सूचना के चलते बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल ने यात्रा में शामिल लोगों को यमुना नदी के पुल पर ही रोक लिया।
गुरचरण सिंह बब्बर ने कहा कि ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारे की जमीन संगत को सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनके माध्यम से लगातार प्रदेश सरकार से बात की जाती रही है, लेकिन सरकार से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि संगत शांतिपूर्ण ढंग से हरिद्वार जाकर गुरुद्वारे की जमीन पर माथा टेकना चाहती है, लेकिन सरकार हर साल उन्हें प्रदेश से बाहर ही रोक लेती है। उत्तराखंड के विकासनगर के एस.डी.एम. विनोद कुमार ने उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया जिस पर जत्थे में करीब एक दर्जन लोग लौट वापस पांवटा साहिब लौट गए। इस मौके पर सी.ओ. भास्कर शाह, कोतवाली प्रभारी सूर्य भूषण नेगी, थाना प्रभारी सहसपुर गिरीश नेगी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक भुवन चंद पुजारी व राजेश कुमार मौजूद रहे।