Edited By Kuldeep, Updated: 14 Aug, 2023 10:36 PM

हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने के कारण भाखड़ा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जोकि आज खतरे के निशान से मात्र करीब 3 फुट दूर है और पानी की आवक पहले के मुकाबले काफी अधिक बढ़ रही है।
नंगल (सैनी): हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने के कारण भाखड़ा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जोकि आज खतरे के निशान से मात्र करीब 3 फुट दूर है और पानी की आवक पहले के मुकाबले काफी अधिक बढ़ रही है। पानी की लगातार तेजी से बढ़ रही आवक को देखते हुए सोमवार को बी.बी.एम.बी. प्रबंधन द्वारा भाखड़ा बांध के फ्लड गेट 2 फुट से बढ़ाकर 4 फुट तक खोल दिए गए हैं और भाखड़ा बांध से नंगल बांध के लिए अधिक पानी छोडऩा भी शुरू कर दिया है।
सोमवार सायं 6 बजे तक भाखड़ा बांध का जलस्तर तक 1676.37 फुट दर्ज किया गया, जोकि पिछले दिन के मुकाबले करीब 3 फुट से अधिक है। भाखड़ा बांध की गोङ्क्षबदसागर झील में पानी की आवक 1,20,536 क्यूसिक दर्ज की गई, जोकि सूत्रों के अनुसार और अधिक बढ़ सकती है। भाखड़ा बांध से नंगल डैम झील के लिए देर सायं करीब 56,800 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है, जिसे और अधिक बढ़ाने की संभावना है।
नंगल हाईडल नहर में 12,350 क्यूसिक और श्री आनंदपुर साहिब हाईडल नहर में 10,150 क्यूसिक पानी छोडऩे के अलावा नंगल डैम से सतलुज दरिया के लिए सायं 6 बजे तक 34,300 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। हिमाचल में हो रही भारी बारिश को लेकर बी.बी.एम.बी. प्रबंधन पंजाब और हिमाचल के संबंधित अधिकारियों से संपर्क बनाकर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और पानी छोडऩे की समय-समय पर समीक्षा की जा रही है। नंगल डैम से अधिक पानी छोडऩे के कारण नंगल और श्री आनंदपुर साहिब तहसील के सतलुज दरिया के साथ लगते निचले एरिया के लोगों में भी पानी को लेकर चिंता बढ़ रही है। बी.बी.एम.बी. द्वारा फ्लड गेटों से पानी छोडऩे पर भाखड़ा बांध पर लाइटिंग कर तिरंगे का रूप दिया गया है, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।