Edited By Kuldeep, Updated: 14 Oct, 2024 11:15 PM
नगरोटा बगवां के ट्रांसपोर्टर से हुई करोड़ों रुपए की ठगी मामले में गत कई दिनों से फरार आरोपी अनुज कुमार ने सोमवार को ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास कांगड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
नगरोटा बगवां (बिशन): नगरोटा बगवां के ट्रांसपोर्टर से हुई करोड़ों रुपए की ठगी मामले में गत कई दिनों से फरार आरोपी अनुज कुमार ने सोमवार को ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास कांगड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। माननीय न्यायाधीश ने उसे न्यायिक हिरासत में धर्मशाला भेज दिया है। इसकी पुष्टि करते हुए डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने बताया कि प्रेम बस ट्रांसपोर्ट नगरोटा बगवां के मालिक पवन सोनी ने अनुज कुमार व अन्य दो लोगों के खिलाफ करोड़ों रुपए की ठगी मामले में नगरोटा बगवां थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिस पर पुलिस ने मुंबई व धर्मशाला निवासी 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि नगरोटा बगवां निवासी अनुज कुमार फरार हो गया था और पुलिस उसे तलाश कर रही थी।
उन्होंने बताया कि इस दौरान अनुज कुमार ने सैशन कोर्ट धर्मशाला व माननीय हाईकोर्ट शिमला में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी। दोनों न्यायालयों ने जमानत को रिजैक्ट करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। उसके उपरांत अनुज कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया जिसे सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त करते हुए उसे कांगड़ा न्यायालय में सरैंडर करने के आदेश दिए थे। उन्होंने बताया कि पुलिस न्यायालय के आदेशानुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी।