Edited By Vijay, Updated: 30 Mar, 2025 05:37 PM

चैत्र नवरात्रों के पहले दिन मां सिमसा के दरबार में भी श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। लोगों ने मां की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उधर, नि:संतान महिलाएं भी संतान प्राप्ति हेतु मंदिर परिसर में सोई हुई हैं।
लडभड़ोल (भारद्वाज): चैत्र नवरात्रों के पहले दिन मां सिमसा के दरबार में भी श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। लोगों ने मां की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उधर, नि:संतान महिलाएं भी संतान प्राप्ति हेतु मंदिर परिसर में सोई हुई हैं। वैसे तो वर्ष भर मंदिर में भक्त मां का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं लेकिन नवरात्र पूजन के दौरान नि:संतान महिलाएं मंदिर की निर्धारित पूजा मान्यताओं के अनुरूप मां के दरबार में सोने पहुंचती हैं। इसे स्थानीय बोली में धरना देना भी कहा जाता है। इस बीच स्वप्न में मां सिमसा संबंधित महिला को अपनी इच्छानुसार फल प्रदान करती हैं। अब तक सैंकड़ों नहीं बल्कि हजारों नि:संतान दंपतियों को मां सिमसा आशीर्वाद स्वरूप संतान सुख दे चुकी हैं।
ऐसे पहुंचा जा सकता है मां के दरबार
उपमंडल मुख्यालय जोगिंद्रनगर से यह मंदिर लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर है तथा यहां से सीधी बस के माध्यम से भी मंदिर पहुंचा जा सकता है। अब हमीरपुर व ऊना क्षेत्र की ओर से आने वाले श्रद्धालु वाया संधोल होते हुए भी मंदिर पहुंच सकते हैं। सांडापत्तन में ब्यास नदी पर पुल बन चुका है जिससे अब लोगों को आने-जाने में काफी सुविधा मिल रही है। मंदिर कमेटी सिमस के प्रधान विनोद राय ने बताया कि काफी संख्या में महिलाएं संतान प्राप्ति हेतु मंदिर परिसर में सोई हुई हैं।
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