Edited By Kuldeep, Updated: 16 Aug, 2025 09:14 PM

पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर मंडी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में ध्वजारोहण कर छात्रों के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया।
मंडी (ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर मंडी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में ध्वजारोहण कर छात्रों के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया। उन्होंने देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले अनगिनत नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके योगदान को याद किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि हमारा अगला लक्ष्य विकसित भारत और समृद्ध भारत है और इसके लिए हमें अब जी जान से जुटना है। आत्मनिर्भरता ही पूर्ण स्वतंत्रता है। यह दशक, यह सदी भारत की है, भारतीयों की है। भारत और भारतीयों द्वारा निर्मित उत्पादों की है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यूं तो देशभर की सरकारें राष्ट्रीय महत्व के दिनों प्रमुख योजनाओं, सुविधाओं, राष्ट्रीय और प्रादेशिक महत्व के संस्थान खोलने, उनके उन्नयन से संबंधित घोषणाएं करने का ही चलन रहा है, लेकिन प्रदेश में चल रही व्यवस्था परिवर्तन की सरकार अलग रास्ते पर चल रही है। यह सरकार लोगों को नया देने की बजाय जो मिला हुआ है उसे कैसे छीने, कैसे लटकाए और भटकाएं इस नीति पर काम करती है। ताजा मामला भी मुख्यमंत्री की इसी संकीर्ण सोच का परिणाम है, मुख्यमंत्री प्रदेश को कुछ बेहतर देने की बजाय उलझाने में यकीन रखते हैं।
आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर जाना हाल-चाल
जयराम ठाकुर ने 16 अगस्त को आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर उनका हाल-चाल जाना और उन्हें लोगों द्वारा भेजी गई आपदा राहत सामग्री एवं धनराशि का वितरण किया। इस दौरान उन्होंने देवोल, शिल्लीबागी, जैंशला, शिवथाना, भाटकीधार गांव के 18 प्रभावित परिवारों को 25-25 हजार रुपए प्रदान किए। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावितों की सरकार द्वारा की जा रही उपेक्षा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जिनका सब कुछ चला गया है सरकार अब तक उन्हें अढ़ाई हजार रुपए देकर तसल्ली देना चाहती है। यह कहां की मानवीयता है? मंत्री यहां आते हैं और फौरी राहत देने की बजाय एफ.आई.आर. करवाकर चले जाते हैं।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सोलन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हुए वाकया पर उन्होंने कहा कि हमने सरकार को पहले दिन से ही बता दिया था कि आने वाला समय आपके लिए कितना मुश्किल है। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि इस सरकार से सिर्फ आम लोग ही नहीं त्रस्त हैं, बड़े से बड़े लोगों को भी सरकार ने नहीं छोड़ा है। सरकार अपनी तानाशाही को छोड़े और जनहित पर ध्यान केंद्रित करे। अपनी गारंटियों से मुकरने पर ही प्रदेश के लोग सरकार को छोड़ने वाले नहीं हैं।