Edited By Kuldeep, Updated: 23 Nov, 2020 08:54 PM
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग का जिंगजिंगबार सोमवार को बर्फ के फाहों के बीच भारत माता की जय से गूंज उठा।
मनाली: सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग का जिंगजिंगबार सोमवार को बर्फ के फाहों के बीच भारत माता की जय से गूंज उठा। फोर व्हील ड्राइव वाहनों की रैली जैसे ही जिंगजिंगबार पहुंची तो माहौल देशभक्ति में बदल गया। बर्फ के फाहे भी इन युवाओं के कदम नहीं रोक पाए। आसमान से गिर रहे बर्फ फाहों ने युवाओं का स्वागत किया। बर्फ के मोटे फाहे देख हरियाणा व पंजाब के युवक उत्साहित हो उठे। जिंगजिंगबार 5 मिनट भारत माता की जय के नारों से गूंजता रहा। गौर हो कि लाहौल में विंटर टूरिज्म को पर्यटन की संभावनाएं बढ़ती देख घाटी के युवाओं ने विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इस 3 दिवसीय रैली का आयोजन किया है। सोमवार को रैली मनाली के दारचा होते हुए बारालाचा दर्रे की ओर बढ़ी लेकिन बर्फबारी ने जिंगजिंगबार में ही रैली के कदम रोक लिए।
रैली जिंगजिंगबार से वापस केलांग के समीप तांदी सराय पहुंची। मंगलवार को रैली तांदी से धार्मिक नगरी त्रिलोकीनाथ तक जाएगी और शाम को मनाली पहुंचेगी। लाहौल-स्पीति ईको टूरिज्म सोसायटी के अध्यक्ष रमेश फारका ने बताया कि बर्फबारी के बीच भी रैली जारी रही। फारका ने बताया कि लाहौल के युवा विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहते हैं, इसी मकसद से इस रैली का आयोजन किया गया है। रैली में शामिल हरियाणा व पंजाब के युवा खासे उत्साहित हैं और बर्फ में गाड़ी चलाने का अनुभव भी ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने व सैलानियों के सुरक्षित सफर करवाने में इन फोर व्हील ड्राइव वाहनों की भूमिका विशेष रहेगी। उन्होंने बताया कि माऊंट जर्नी के संचालक पवन की पहल रंग लाई है। रैली मंगलवार को मनाली में संपन्न होगी।