Edited By Vijay, Updated: 06 Aug, 2025 06:03 PM

हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बुधवार काे परवाणू-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-5) पर चक्की मोड़ के पास भारी भूस्खलन हो गया...
परवाणू (विकास): हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बुधवार काे परवाणू-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-5) पर चक्की मोड़ के पास भारी भूस्खलन हो गया, जिसके कारण सड़क पर मलबा आ गिरा और मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया।
गनीमत यह रही कि भूस्खलन के दाैरान कोई भी वाहन वहां से गुजर नहीं रहा था, जिससे जानमाल का नुक्सान टल गया। लेकिन, यह भूस्खलन इतना व्यापक था कि एनएचएआई की टीम को मलबा हटाने में करीब तीन घंटे तक लगातार मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद मार्ग को एकतरफा यातायात के लिए खोल दिया गया।
सबसे पहले दोपहिया वाहनों को आगे बढ़ाया गया, लेकिन जैसे ही पहाड़ से फिर से पत्थर गिरने लगे ताे ट्रैफिक को कुछ देर के लिए दोबारा रोकना पड़ा। स्थिति नियंत्रण में आने के बाद चंडीगढ़ से शिमला की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही धीरे-धीरे शुरू की गई।
इस बीच पुलिस प्रशासन को भी ट्रैफिक नियंत्रण में खासी चुनौती का सामना करना पड़ा। शिमला की ओर जाने वाली लेन पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम की स्थिति इतनी गंभीर थी कि एक ओर टीटीआर चौक तक तो दूसरी ओर जाबली तक वाहन फंसे नजर आए।

हालात बिगड़ते देख एएसपी मेहर पंवार स्वयं मौके पर पहुंचीं और परवाणू से लेकर चक्की मोड़ तथा जाबली तक हर मोड़ पर पुलिस जवानों की तैनाती करवाई। पुलिस कर्मियों ने सुनिश्चित किया कि कोई भी वाहन गलत दिशा से न आए और पहले से फंसे वाहनों की आवाजाही व्यवस्थित तरीके से की जा सके। शाम तक स्थिति में कुछ हद तक सुधार हुआ और ट्रैफिक को बारी-बारी से दोनों दिशाओं में छोड़ा जाने लगा। लेकिन लगातार गिरते पत्थरों के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह सामान्य नहीं हो सकी।