Edited By Vijay, Updated: 16 Sep, 2025 03:59 PM

कांगड़ा जिला के अंतर्गत थुरल तहसील की बच्छवाई पंचायत के गांव गगरेड में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। मंगलवार सुबह हुए भीषण भूस्खलन से पूरा गांव खतरे की जद में आ गया है।
कांगड़ा: कांगड़ा जिला के अंतर्गत थुरल तहसील की बच्छवाई पंचायत के गांव गगरेड में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। मंगलवार सुबह हुए भीषण भूस्खलन से पूरा गांव खतरे की जद में आ गया है। जानकारी के अनुसार गांव की जमीन लगभग 10 फुट नीचे धंस गई है और यह सिलसिला अभी भी जारी है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है।
इस प्राकृतिक आपदा में गांव के करीब एक दर्जन घर खतरे की जद में आ गए हैं। जानकारी के मुताबिक 4 मकान पूरी तरह से मलबे में समा चुके हैं, जबकि अन्य घरों को भी भारी नुक्सान पहुंचा है और वे रहने लायक नहीं बचे हैं। भूस्खलन के कारण लोगों के वाहनाें और अन्य कीमती सामान काे भी नुक्सान पहुंचा है। घटना की भयावहता को देखते हुए पड़ोसी गांव के लोगों ने तुरंत मदद की और सभी प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
मौके पर पहुंचे थुरल के तहसीलदार राजेश जरियाल ने स्थिति की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी ग्रामीणों और उनके पशुओं को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि गांव में अभी भी लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिसके चलते पूरे क्षेत्र को प्रतिबंधित कर दिया गया है। किसी भी अनहोनी से बचने के लिए प्रशासन ने लोगों को अपने घरों की तरफ जाने पर सख्ती से रोक लगा दी है। वहीं एसडीएम धीरा सलीम आजम ने अपने कार्यालय अधीक्षक अमित राणा सहित अन्य अधिकारियों के साथ बच्छवाई पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित सभी 13 परिवारों को सुरक्षित स्थानों में राहत शिविर बना कर उनमें शिफ्ट कर दिया।