Edited By Jyoti M, Updated: 16 Jul, 2025 10:55 AM

हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर में सांगला तहसील की थैमगारंग पंचायत के निवासी और भारतीय सेना की 19 डोगरा रेजीमेंट में तैनात नायक पुष्पेंद्र नेगी (उम्र 29 वर्ष) असम में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए हैं। इस दुखद खबर से समूचे किन्नौर जिले और खासकर उनके...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर में सांगला तहसील की थैमगारंग पंचायत के निवासी और भारतीय सेना की 19 डोगरा रेजीमेंट में तैनात नायक पुष्पेंद्र नेगी (उम्र 29 वर्ष) असम में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए हैं। इस दुखद खबर से समूचे किन्नौर जिले और खासकर उनके पैतृक गांव थैमगारंग में शोक की लहर दौड़ गई है।
सेना द्वारा सोमवार देर शाम पुष्पेंद्र के परिजनों को उनकी शहादत की सूचना दी गई। मिली जानकारी के अनुसार, नायक पुष्पेंद्र असम में अपनी ड्यूटी पर तैनात थे, तभी अचानक चली तेज हवाओं के कारण एक पेड़ की टहनियों की चपेट में आने से वह वीरगति को प्राप्त हो गए। यह घटना अत्यंत हृदय विदारक है, जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है।
थैमगारंग पंचायत की प्रधान मनोहर देवी और उपप्रधान दीप कुमार ने बताया कि सेना से प्राप्त जानकारी के अनुसार, नायक पुष्पेंद्र की पार्थिव देह को पहले असम से दिल्ली और फिर वहां से चंडीगढ़ लाया जाएगा। इसके बाद, सेना के विशेष वाहन द्वारा उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव थैमगारंग पहुंचाया जाएगा, जहां उनका पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पुष्पेंद्र अपने पीछे अपने पिता महेंद्र नेगी, माता सरला देवी, अपनी पत्नी कीर्ति नेगी और छह वर्षीय मासूम बेटे एतिक को छोड़ गए हैं। इस दुखद समाचार से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। रिश्तेदार और ग्रामीण लगातार उनके घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं और इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। नायक पुष्पेंद्र का बलिदान देश सेवा के प्रति उनके अदम्य साहस और समर्पण को दर्शाता है।