Edited By Jyoti M, Updated: 18 Feb, 2025 12:50 PM
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हिमाचल प्रदेश का मौसम इस समय बदलते हुए स्थितियों से गुजर रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आगामी बुधवार और वीरवार (19 और 20 फरवरी) को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश में वर्षा और हिमपात की संभावना जताई जा रही है।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश का मौसम इस समय बदलते हुए स्थितियों से गुजर रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आगामी बुधवार और वीरवार (19 और 20 फरवरी) को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश में वर्षा और हिमपात की संभावना जताई जा रही है।
इस परिवर्तन के कारण प्रदेश में सूखा मौसम समाप्त होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे किसानों और बागबानों को राहत मिल सकती है। तापमान में भी गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड बढ़ने का अनुमान है। इस स्थिति से आम जनता को राहत मिल सकती है, जो लंबे समय से सूखे और कम वर्षा के कारण परेशान थे।
सोमवार, 17 फरवरी को पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहा, हालांकि प्रदेश की ऊंची चोटियों जैसे बारालाचा, कुंजुम और अन्य क्षेत्रों में दोपहर बाद हल्का हिमपात हुआ, जिससे ठंड में थोड़ी वृद्धि हुई। इन क्षेत्रों में हिमपात ने ठंड को और भी बढ़ा दिया, जिससे पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सर्दी का अहसास हुआ। प्रदेश में इस वर्ष जनवरी और फरवरी माह में सामान्य से 78 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है, जिससे प्रदेश की कृषि और बागबानी पर असर पड़ा है। ऐसे में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश की संभावना बागबानों के लिए संजीवनी बन सकती है।
सर्दी की वजह से तापमान में भी कुछ हद तक गिरावट आई है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में वृद्धि देखी गई। प्रदेश के कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान में 2 से लेकर 7 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि दर्ज की गई है। सुंदरनगर में तापमान में सबसे ज्यादा 6.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई। इसके अलावा, शिमला, भुंतर, कांगड़ा, मंडी और बिलासपुर जैसे शहरों में तापमान में 4.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई।
हालांकि, इस समय की ठंडी हवाओं के बीच पर्यटक अटल टनल के नार्थ पोर्टल में हिमपात का आनंद लेने के लिए पहुंचे। लाहुल घाटी में बर्फबारी ने पर्यटकों के लिए एक आकर्षक दृश्य प्रस्तुत किया, जहां वे बर्फ के फाहों के बीच मस्ती कर रहे थे। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने जानकारी दी कि मौसम अनुकूल होने के कारण अटल टनल रोहतांग सभी वाहनों के लिए बहाल कर दी गई है, जिससे पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को राहत मिल रही है।
आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में वर्षा और हिमपात की संभावना है। मौसम विज्ञानी शोभित कटियार ने बताया कि 19 फरवरी शाम से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे सर्दी बढ़ने की संभावना है। 20 फरवरी को पूरे प्रदेश में इसका असर देखने को मिलेगा, जिससे बारिश और हिमपात के साथ-साथ ठंडी हवाएं भी चल सकती हैं।
बागबानों के लिए यह समय चिंताजनक है, क्योंकि हिमाचल में बागबानी का करीब 85 प्रतिशत क्षेत्र वर्षा पर निर्भर करता है। सेब बगीचों में नमी न होने से सेब के पौधे भी सूखने लगे हैं। शुष्क मौसम से सेब के बगीचों को वूली एफिड की समस्या सामने आ रही है।