Edited By kirti, Updated: 19 Aug, 2019 05:20 PM
हिमाचल विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने विधायकों को खतरा बताते हुए सदन में हंगामा करते हुए नारेबाजी की। इस दौरान नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने उन्ना सदर से कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा के नाम शराब माफिया से जोड़ने पर सदन में नियम...
शिमला (योगराज): हिमाचल विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने विधायकों को खतरा बताते हुए सदन में हंगामा करते हुए नारेबाजी की। इस दौरान नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने उन्ना सदर से कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा के नाम शराब माफिया से जोड़ने पर सदन में नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव लाया। जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने मानने से मना कर दिया। जिस पर विपक्ष ने सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया और सदन के अंदर ही सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी शुरू कर दी। जिस पर सरकार के विधायकों ने भी विपक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। काफी देर तक नारेेबाजी के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने 15 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। लेकिन 15 मिनट की ब्रेक के बाद भी विपक्ष ने सदन में नारेबाजी जारी रखी है।
अग्निहोत्री ने कहा कि उन्ना में राजनीतिक साजिश के तहत विधायक के पीएसओ और ड्राइवर पर पुलिस से कार्यवाही करवाई गई है और विधायक को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पीएसओ और ड्राइवर को हथकड़ी लगाई गई है जो कि उचित नहीं है। वहीं सरकार की तरफ विधायक राकेश पठानिया और बलबीर सिंह ने उल्टा विपक्ष पर आरोप लगाया कि विपक्ष बेवजह की सरकार पर गलत आरोप लगा रही है। जबकि मामले में विधायक के पीएसओ और ड्राइवर पर कार्रवाई की गई है। विधायक पर कोसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है।