Edited By Jyoti M, Updated: 16 Jan, 2025 03:30 PM
प्रदेश में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और सस्ते राशन वितरण में सुधार लाने के उद्देश्य से राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी अनिवार्य की गई है। इसके तहत 45 हजार से अधिक राशन कार्ड अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिए गए हैं, जिससे लगभग पांच लाख उपभोक्ताओं को राशन...
हिमाचल डेस्क। प्रदेश में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और सस्ते राशन वितरण में सुधार लाने के उद्देश्य से राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी अनिवार्य की गई है। इसके तहत 45 हजार से अधिक राशन कार्ड अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिए गए हैं, जिससे लगभग पांच लाख उपभोक्ताओं को राशन डिपो में मिलने वाले सस्ते राशन का लाभ नहीं मिलेगा।
प्रदेश में करीब साड़े 19 लाख राशन कार्ड धारक हैं, जिसमें करीब 74 लाख लोगों को डिपो में मिलने वाले सस्ते राशन का लाभ दिया जाता है। प्रदेश में करीब 88 प्रतिशत राशन कार्ड धारकों का ई-केवाईसी किया है, लेकिन इसके बाद भी 12 प्रतिशत कार्ड धारकों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है। सरकार ने इन लाभार्थियों को कई बार ई-केवाईसी करवाने के अवसर प्रदान किए हैं, लेकिन कुछ लोगों ने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया है।
राशन कार्ड की ई-केवाईसी प्रक्रिया से राशन वितरण में हो रही गड़बड़ियों को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग ने चेतावनी दी है कि जो लोग ई-केवाईसी नहीं करवाते हैं, उनके कार्ड अस्थायी तौर पर बंद कर दिए जाएंगे। यह कदम केवल सस्ते राशन की योजनाओं को सही लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए उठाया गया है।