Edited By Vijay, Updated: 23 Aug, 2023 09:01 PM

शिमला में मूसलाधार बारिश से हर तरफ तबाही मच गई है। मंगलवार रात से हो रही बारिश ने एक बार शहर के लोगों को डरा दिया है। शहर के नवबहार में सुबह बादल फटने से शानान तक काफी नुक्सान हो गया है और कई वाहन मलबे में दब गए हैं।
शिमला (वंदना): शिमला में मूसलाधार बारिश से हर तरफ तबाही मच गई है। मंगलवार रात से हो रही बारिश ने एक बार शहर के लोगों को डरा दिया है। शहर के नवबहार में सुबह बादल फटने से शानान तक काफी नुक्सान हो गया है और कई वाहन मलबे में दब गए हैं। मूसलधार बारिश का अंदेशा देख कर शानान में पहले से 20 मकानों को खाली करवा लिया गया था। समय रहते यदि इन्हें खाली नहीं करवाया होता तो यहां पर समरहिल के शिव बावड़ी वाली घटना हो सकती थी। प्रशासन और वार्ड पार्षदों की मुस्तैदी से बड़ी घटना को टाला गया। यहां पर भवनों में मलबा घुस गया है।

गाड़ियों के शोरूम में मलबा घुसने बिल्डिंग को खतरा
बुधवार को कनलोग में भी एक बड़ा हादसा टल गया। मूसलधार बारिश से बीच कनलोग में गाड़ियों के एक शोरूम के बाहर सड़क पर एक पलट गया। यहां पर भूस्खलन ओर पेड़ गिरने से ट्रक सड़क पर ही फंस गया और इससे शोरूम में मलबा घुसने से यहां पर अफरा-तफरी मच गई और कर्मचारियों ने भाग कर और छत से खुद कर अपनी जान बचाई। मलबा घुसने से पूरी बिल्डिंग खतरे की जद में आ गई है।
पेड़ समेत मकान में जा घुसा मलबा
वहीं विकासनगर के विजनगर में भूस्खलन होने से मलबा पेड़ समेत मकान में जा घुसा इससे मकान पूरी तरह से तबाह हो गया है। सुबह 3 बजे भूस्खलन की भनक लगते ही इस मकान को खाली करवा दिया गया था। मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि समय रहते इन घरों को खाली करवा दिया गया था, जिसेसे बड़ा हादसा टाला जा सका।
हिमलैंड के पास गिरे पेड़, दफ्तरों से बाहर निकले कर्मचारी
शिमला में मूसलाधार बारिश से पेड़ो ने कहर बरपाया है। हिमलैंड केपास सुबह की एक के बाद एक पेड़ गिरने से आसपास के सरकारी दफ्तरों में काम कर रहे कर्मचारी दफ्तरों से बाहर निकल आए। पेड़ों से खतरा पैदा होने के बाद कई विभागों ने अपने कर्मचारियों को छुटी दे दी। पेड़ गिरने से कर्मचारी सहम उठे। काफी देर तक कर्मचारी भवन के बाहर ही रहे। इसके बाद कर्मचारियों को छुट्टी कर दी गई।

नाभा में भवन पर गिरे पेड़
शहर में बारिश से नाभा में सरकारी आवास पर पेड़ गिरने से अफरा-तफरी मंच गई। पेड़ गिरने ने मकान की छत को काफी नुक्सान पहुंचा है, ऐसे में भवन को खतरा बना हुआ है। इसे खाली करने के आदेश दिए गए हैं। वहीं कैथू में भूस्खलन होने से सड़क टूट गई है और मलबा लोगों के घरों में घुस गया है। यहां पर कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। वहीं पुलिस लाइन कैथू में सड़क धस गई है यहां पर भूस्खलन होने कई मकानों पर खतरा बना हुआ है।

भूस्खलन से कई वाहन मलबे में दबे, सड़क रही बंद
खलीनी बीसीएस सड़क में तारा माता मंदिर के समीप एक साथ कई पेड़ गिरने और भारी भूस्खलन होने से कई वाहन ओर बड़े ट्रक मलबे की चपेट में आ गए हैं। यहां पर नाले से पूरा पानी सड़क पर आ गया। इससे सड़क पूरी तरह से बंद रही। वहीं भट्टाकुफर से मेहली रोड भी हाऊसिंग बोर्ड कालोनी के पास बंद रहा। शहर के मालरोड पर लिफ्ट के पास एक साथ कई पेड़ गिरने से यहां पर बिजली की तारों को काफी नुक्सान पहुंचा है।
आईजीएमसी के नए ओपीडी भवन में घुसा पानी
आईजीएमसी की नई ओपीडी के साथ नाले के पानी का जलस्तर बढ़ जाने से इसका पानी अस्पताल परिसर में आ गया। रेड अलर्ट के बीच में कम ही लोग बुधवार को आईजीएमसी पहुंचे थे, लेकिन जितने भी लोग यहां ओपीडी में आए, उन्हें अस्पताल परिसर में घुसे पानी के कारण परेशानियां झेलनी पड़ी है।

आईएसबीटी में प्राइवेट बस में गिरा मलबा
आईएसबीटी के पास पहाड़ी से गिरे मलबे ने एक निजी बस को नुक्सान पहुंचा है। बस में कोई भी मौजूद नहीं था। वहीं पुराने बस अड्डे से छोटा शिमला सड़क पर हिमलैंड में भी पेड़ सड़क पर गिरा। शिमला के खलीनी फोरैस्ट कालोनी के पास भी भूस्खलन होने से झंझिड़ी से खलीनी सड़क बंद हो गई है। भारी बारिश की वजह से विजयनगर और कृष्णानगर में कई घरों में दरारें आ गई हैं और कई घरों को एहतियातन खाली करवा दिया गया है।

सड़क पर पानी में तैरते दिखे सिलैंडर
संजौली से नवबहार सड़क पर सिलैंडर पानी में तैर रहे थे। शहर में मूसलधार बारिश से जगह-जगह घरों व दुकानों में पानी घुसा। इससे लोगों का कीमती सामान खराब हो गया है। जाखू में एक घर में पानी घुसने से लोगों को परेशानी हुई लोगों ने बाल्टियों में भरकर मकान से पानी निकाला।
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