Edited By Kuldeep, Updated: 03 May, 2025 07:21 PM

उपमंडल गगरेट के अंबोटा गांव में हैरोइन (चिट्टे) की खेप के साथ पकड़े गए आरोपियों ने स्वीकार किया है कि भारत-पाक सीमा पर हैरोइन की सप्लाई बार्डर पार से हो रही है। इसे बार्डर पार ड्रोन के जरिए करवाया जाता है।
गगरेट (बृज): उपमंडल गगरेट के अंबोटा गांव में हैरोइन (चिट्टे) की खेप के साथ पकड़े गए आरोपियों ने स्वीकार किया है कि भारत-पाक सीमा पर हैरोइन की सप्लाई बार्डर पार से हो रही है। इसे बार्डर पार ड्रोन के जरिए करवाया जाता है। हालांकि आरोपियों की मानें तो हैरोइन की ये खेप उनके पड़ोसी ने अपने खेत में छुपाई थी जिसे वहां से चुराकर वे लाए थे।
गगरेट पुलिस ने शनिवार को आरोपियों को न्यायालय में पेश कर इनका 4 दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है और एक आरोपी के धर्मशाला स्थित आवास पर दबिश देने के लिए पुलिस टीम निकल गई है जबकि एक टीम तरनतारन में आरोपियों के ठिकाने पर दबिश देने के लिए जाएगी। नशा माफिया ने पाकिस्तान से आने वाली नशे की खेप को पहाड़ तक पहुंचाने के लिए ऐसा तरीका अपनाया कि किसी को कोई शक न हो।
आरोपियों के एक साथी ने धर्मशाला को अपना ठिकाना बनाया और यहां एक दुकान भी खोल ली। बताया जा रहा है कि अपने साथियों के साथ प्रदेश के लोगों की डील करवाने में यही अहम कड़ी है। यही नहीं बल्कि जब हैरोइन की खेप पंजाब से चलती थी तो इसे सुरक्षित हिमाचल-पंजाब की सीमा पार करवाने व गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भी यही आरोपी हिमाचल नम्बर कार का प्रयोग करता था ताकि पुलिस को किसी प्रकार का शक न हो।
गगरेट पुलिस ने अब नशा तस्करी से संबंधित आरोपियों से गहन पूछताछ करने के लिए इनका 6 मई तक पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है और पुलिस रिमांड के दौरान ही अहम खुलासे होंगे की हिमाचल में इनकी सप्लाई चेन क्या है। पुलिस उस जमीन की भी रिपोर्ट पंजाब के राजस्व विभाग से ले सकती है जिस जमीन से हैरोइन की खेप उखाड़कर लाने की बात आरोपी कर रहे हैं।
पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपियों पर नशा तस्करी के पंजाब में मामले दर्ज तो नहीं हैं। डीएसपी डा. वसुधा सूद ने बताया कि आरोपियों का 4 दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है जबकि आरोपियों से गहनता से पूछताछ जारी है।