Edited By Vijay, Updated: 13 Sep, 2025 07:38 PM

कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र राणा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी करने वाले नेता शायद भूल गए हैं...
बड़ूही (अनिल): कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र राणा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी करने वाले नेता शायद भूल गए हैं कि प्रदेश की जनता सब देख रही है कि कौन उनके हित में काम कर रहा है और कौन केवल सस्ती सुर्खियों के लिए बयानबाजी कर रहा है।
विवेक शर्मा ने शनिवार को ऊना में पत्रकार वार्ता में कहा कि राजेंद्र राणा अपने समय में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन रहते सिर्फ अधिकारियों के कंधों पर चढ़कर आपदा का मुआयना करने तक ही सीमित रहे। ऐसे नेता जब आज बेबुनियाद आरोप लगाते हैं तो साफ हो जाता है कि उनकी कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है। मुख्यमंत्री आपदा के हर मोर्चे पर डटे रहे हैं। उनके नेतृत्व में अधिकारी दिन-रात राहत और बहाली कार्यों में जुटे हुए हैं।
हिमाचल में आई आपदा की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपए की राहत राशि बेहद कम है। 2-3 वर्षों में प्रदेश को आपदाओं से काफी नुक्सान हुआ है। वर्ष 2023 में ही 10 हजार करोड़ रुपए का नुक्सान आंका गया था जबकि इस बार शुरूआती आकलन 5 हजार करोड़ से अधिक का है। ऐसे में केंद्र से मिली मदद न केवल अपर्याप्त है बल्कि यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह सहायता पैकेज के रूप में मिलेगी या किसी योजना के तहत।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने 2023 की भीषण आपदा में अपने स्तर पर प्रदेश में 4500 करोड़ रुपए का पैकेज देकर प्रभावितों का जीवन पटरी पर लाने का काम किया। उन्होंने राहत राशि को सात गुना तक बढ़ाया। आपदा के समय 51 लाख और कोरोना काल में 11 लाख रुपए अपनी जेब से देने वाले मुख्यमंत्री पर सवाल उठाने का मतलब साफ है कि कुछ नेता आपदा में जनता का दर्द देखने के बजाय अवसर तलाशने में लगे हैं, लेकिन बेहतर होता कि वे व्यर्थ की बयानबाजी की जगह जनता को मदद में आगे आते।
हिमाचल प्रदेश की खबरें व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए Click Here