Edited By Kuldeep, Updated: 16 Oct, 2024 03:18 PM
सड़क पर चलते या गली बाजार में घूमते किसी भी बेसहारा घायल पशु पर नजर पड़ते ही रुक जाते हैं गग्गल की दंत चिकित्सक डॉक्टर स्मृति शर्मा के कदम।
गग्गल (अनजान): सड़क पर चलते या गली बाजार में घूमते किसी भी बेसहारा घायल पशु पर नजर पड़ते ही रुक जाते हैं गग्गल की दंत चिकित्सक डॉक्टर स्मृति शर्मा के कदम। 34 वर्षीय स्मृति शर्मा पिछले 20 वर्ष से बेजुबान बेसहारा पशुओं की सेवा में जुटी हुई है। स्मृति ने बताया कि उनके पति नकुल कश्यप भी एनिमल लवर हैं। बेजुबान बेसहारा पशुओं की सेवा करना वह अपनी परम सेवा मानती है।
पिछले वर्ष गग्गल की एक गली में घूमने वाली बेसहारा कुतिया एक दुर्घटना का शिकार हो गई थी तथा उस दुर्घटना में कुतिया की पिछली टांगों के हिस्से में अधरंग हो गया था। कुतिया पिछले हिस्से के शक्तिहीन हो जाने के कारण घसीट कर चलती थी। स्मृति ने न केवल अपने सहयोगियों के साथ उस घायल कुतिया की सेवा ही की बल्कि चंडीगढ़ ले जाकर पशु चिकित्सालय में उसका उपचार भी करवाया। स्मृति के बाजार से निकलते ही बेसहारा पशु उसकी ओर पूंछ हिलाते दौड़े चले आते हैं।
स्मृति उन्हें प्यार से सहलाती है स्मृति ने कहा कि जब बेजुबानों को वह पूंछ हिलाते पाती है तो उसे असीम शांति और आत्मा को सुकून मिलता है। कुल मिलकर स्मृति द्वारा की जा रही बेजुबानों बेसहारा पशुओं की सेवा उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ जाते हैं तथा स्मृति शर्मा की सेवा समाज के लिए अनुकरणीय है।