Edited By Vijay, Updated: 07 Dec, 2022 11:19 PM

ड्रग विभाग ने बद्दी में नकली दवा मामले में गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है। विभाग इससे सम्बन्धित अपनी अंतिम रिपोर्ट को तैयार कर रहा है। विभाग की इस मामले में रिकॉर्ड टाइम में चालान पेश करने की...
सोलन (पाल): ड्रग विभाग ने बद्दी में नकली दवा मामले में गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है। विभाग इससे सम्बन्धित अपनी अंतिम रिपोर्ट को तैयार कर रहा है। विभाग की इस मामले में रिकॉर्ड टाइम में चालान पेश करने की योजना है ताकि आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में मामला चलाया जा सके। अंतिम रिपोर्ट में इस मामले से जुड़ी जांच के साथ-साथ मौके के गवाहों के बयान भी संलग्र होंगे। नकली दवा के मामले की जांच कर रहे ड्रग विभाग द्वारा कच्चे माल के सप्लायर की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। इसके लिए दूसरे राज्यों में भी अपनी टीमें भेजी हुई हैं।
विभाग को मिला सप्लायर का सुराग
सूत्रों की मानें तो विभाग को सप्लायर का सुराग मिल गया है लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ रहा है। बद्दी में नामी कंपनियों के नाम पर नकली दवा बना रहे उद्योग को कहीं से कच्चे माल की आपूर्ति तो हो रही थी। बिना एपीआई (कच्चे माल) के दवा का उत्पादन नहीं हो सकता। प्रदेश में कच्चे माल का उत्पादन नहीं होता। जाहिर है देश के दूसरे राज्यों से भी कच्चे माल की आपूर्ति हो रही है। अब इस उद्योग को कहां से कच्चे माल की आपूर्ति हो रही थी, इसको लेकर सस्पैंस गहराया हुआ है। ऐसे में इस मामले में चल रही जांच पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जून माह में बिजली का कनैक्शन मिलने के बाद शुरू हुए उद्योग में करोड़ों रुपए की नकली दवाओं का उत्पादन करना इतना आसान नहीं था। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि नकली दवा बनाने वाले उद्योग ने कारण बताओ नोटिस का 8 दिसम्बर तक जवाब नहीं दिया तो प्लॉट को रद्द किया जाएगा।
कंपनियों का जवाब-इस तरह की दवाएं नहीं बनाईं
नकली दवा मामले में नामी कंपनियों ने ड्रग विभाग को लिखित जवाब सौंप दिए हैं। इसमें बताया गया है कि उन्होंने अभी तक इस तरह की दवाएं नहीं बनाई हैं। बीबीएन की जिन नामी कंपनियों के नाम पर आरोपी मोहित बंसल और उसके सहयोगी दवा बना रहे थे, उन कंपनियों ने ड्रग विभाग को लिखित में सूचना दी थी। बद्दी में ट्राइजल फार्मूलेशन के नाम पर फर्जी कंपनी के नाम से नकली दवा बनाने वाले मोहित बंसल, अतुल गुप्ता और अजय कौशल ने जैड्स हैल्थकेयर, यूएसवी, सिपला और इपका जैसी बड़ी कंपनियों के नाम का गलत प्रयोग किया। ड्रग विभाग ने पहले दिन दबिश के दौरान यूपी नंबर की कार से दवाई पकड़ी तो उसमें इन्हीं कंपनियों की दवाई भरी हुई थी। इसकी सप्लाई आरोपी यूपी में भेज रहा था। बता दें कि बद्दी में नकली दवा के मामले में 4 दवाइयों की बड़ी खेप बरामद की गई है। ये सभी दवाएं नामी कंपनियों के नाम पर बनाई गई हैं।
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