Edited By Kuldeep, Updated: 24 Feb, 2025 09:53 PM

जिस जमीन पर डीआरडीए की पार्किंग थी वह भूमि निशानदेही के बाद जिला परिषद की निकली है।
धर्मशाला (ब्यूरो): जिस जमीन पर डीआरडीए की पार्किंग थी वह भूमि निशानदेही के बाद जिला परिषद की निकली है। जिला परिषद ने भी सोमवार बाकायदा पोल लगाकर इस जमीन को अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया है। इससे पहले डीआरडीए ने इस जमीन पर अपने भवन में स्थित विभागों के दफ्तरों के उपयोग के लिए वाहन पार्किंग के लिए प्रयोग में लाती थी।
इस दौरान लगभग 15 से 20 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था डीआरडीए के भवन के बाहर थी, लेकिन अब जमीन पर कब्जा जिला परिषद कांगड़ा का निकलने के बाद जिला परिषद द्वारा पार्किंग के स्थान पर पोल लगाने से अब पार्किंग की सुविधा विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों व स्थानीय लोगों को उपलब्ध नहीं होगी। हालांकि जिला परिषद अध्यक्ष का कहना है कि लोग गाड़ियां पार्क कर सकते हैं, लेकिन हकीकत में उस स्थान जो पोल जिला परिषद के द्वारा लगाए गए हैं उसमें गाड़ी अंदर नहीं आ सकती है। इसके अलावा इस डीआरडीए भवन में प्रशासन की बड़ी बैठकों को भी करवाया जाता था तथा उस दौरान भी इस पार्किंग में अधिकारियों की गाड़ियां लगाई जाती थीं, लेकिन अब पार्किंग की सुविधा न होने के चलते गाड़ी को डीआरडीए परिसर में बैठकों के दौरान भी लगाना मुश्किल होगा। उपनिदेशक, डीआरडीए कांगड़ा चंद्रवीर सिंह ने कहा कि यह जिला परिषद की जमीन थी जिसकी उन्होंने पैमाइश करके अपनी जमीन पर पोल लगाए हैं।