Edited By Kuldeep, Updated: 21 Dec, 2024 10:16 PM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि प्रदेश केंद्रीय सहकारी बैंक, राज्य सहकारी बैंक और कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक में नए सिरे से वन टाइम सैटलमैंट स्कीम (ओटीएस) लाएगी।
धर्मशाला (काकू): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि प्रदेश केंद्रीय सहकारी बैंक, राज्य सहकारी बैंक और कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक में नए सिरे से वन टाइम सैटलमैंट स्कीम (ओटीएस) लाएगी। मुख्यमंत्री ने शनिवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक सतपाल सिंह सत्ती के एक सवाल के जवाब में कहा कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में लाई गई ओटीएस के तहत 5461 मामले निपटारे के लिए आए जिनमें से 4420 मामलों को निपटान के बाद बंद कर दिया गया। इन मामलों में बैंक द्वारा 112.11 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वसूली गई, जबकि 142.15 करोड़ रुपए से अधिक की राशि माफ की गई। उन्होंने कहा कि योजना के तहत निपटान के लिए आए 1041 मामलों में उधारकर्त्ताओं द्वारा निपटान राशि का भुगतान नहीं किया गया है और ये मामले अभी भी बरकरार हैं।
उन्होंने माना कि बैंक ने उन लोगों को ओटीएस का लाभ नहीं दिया, जिनकी संपत्तियां बैंक के कब्जे में हैं, जबकि बैंक ने उन सभी उधारकर्त्ताओं को योजना का लाभ दिया है, जिन्होंने नीति के नियमों और शर्तों के अनुसार ओटीएस के तहत आवेदन किया था। उन्होंने कहा कि सरकार के पास ऐसे कई मामले आए हैं, जिनमें पात्र उधारकर्त्ताओं को इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है। ऐसे में सरकार अब आरबीआई के साथ विचार-विमर्श कर इस योजना के तहत छूट गए छोटे-छोटे कर्जदारों को भी इसका लाभ देने के लिए योजना लाएगी। यह योजना सरकार के तीन बैंकों में एक साथ लाई जाएगी।
लोकेंद्र कुमार ने आनी विधानसभा क्षेत्र में अवैध खनन का उठाया मामला
शून्यकाल के दौरान ही भाजपा के लोकेंद्र कुमार ने आनी विधानसभा क्षेत्र में अवैध खनन का मामला उठाया। कांग्रेस के संजय रतन ने विधायक निधि से मकान बनाने के लिए धन आबंटन कांग्रेस के सुल्तानपुरी ने परवाणू में पेयजल तथा कसौली, डगशाई व सुबाथू छावनी परिषदों में भूमि, कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया ने शाह नहर के लिए धन आबंटन, भाजपा के इंद्र सिंह गांधी ने मैडीकल कालेज नेरचौक के लिए भूमि तथा कांग्रेस के सुदर्शन सिंह बबलू ने कटौर खुर्द सहकारी सोसायटी में अनियमितताओं का मामला सदन में उठाया। भाजपा के सुरेंद्र शौरी ने नैशनल हाईवे की दयनीय स्थिति का मुद्दा शून्यकाल के दौरान उठाया।