Edited By Vijay, Updated: 07 Jun, 2025 07:25 PM

डिप्टी चीफ मिनिस्टर मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने मंदिरों से एक रुपया भी नहीं लिया है। गगरेट क्षेत्र में सीएम के साथ जनसभा में पहुंचे मुकेश ने कहा ऐसी भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं कि सरकार मंदिरों का पैसा खर्च कर रही...
ऊना (सुरेन्द्र): डिप्टी चीफ मिनिस्टर मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने मंदिरों से एक रुपया भी नहीं लिया है। गगरेट क्षेत्र में सीएम के साथ जनसभा में पहुंचे मुकेश ने कहा ऐसी भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं कि सरकार मंदिरों का पैसा खर्च कर रही है, जबकि ऐसा कतई नहीं है। मंदिरों का पैसा मंदिरों के विकास पर खर्च हो रहा है और मंदिरों के आसपास की पंचायतों में मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही राशि खर्च होती है।
केन्द्र सरकार ने प्रदेश काे मिलने वाली धनराशि पर मारी कुंडली
मुकेश अग्निहोत्री ने केन्द्र सरकार पर भी धनराशि दिए जाने पर कुंडली मारे जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 916 करोड़ रुपए की राशि मिलनी थी, लेकिन इसमें से महज 137 करोड़ रुपए ही मिले हैं बाकी राशि जारी नहीं की जा रही है। मामला केंद्र सरकार के साथ उठाया गया है। यह प्रदेश का हक है और मिलना चाहिए। पहले 2 हजार करोड़ की बात कही गई, लेकिन जब उसमें 916 कराेड़ पर सहमति बनी तो वह राशि भी जारी नहीं हुई।
ऊना में विकास की रफ्तार सबसे तेज, 16 से ज्यादा पुलों का निर्माण जारी
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक तेज रफ्तार से ऊना का विकास कर रहा है। यह पहला जिला है जो सौर ऊर्जा के जरिए विद्युत उत्पादन करने वाला जिला बन गया है। यहां पहला सोलर पावर प्रोजैक्ट लगा, उसको लेकर कई प्रकार की अफवाहें उड़ाई जा रही हैं। पहले कहा जाता था कि ऊना में न तो नदियां हैं और न ही कोई साधन हैं, जिससे यहां बिजली पैदा हो सके। अब यहां प्रदेश की सर्वाधिक सौर ऊर्जा के जरिए बिजली का उत्पादन होगा। उन्हाेंने कहा कि जिला ऊना में 16 से अधिक पुलों के निर्माण का कार्य चला है। सबसे बड़ा पुल कुटलैहड़ क्षेत्र में 516 करोड़ की लागत से बनेगा। स्वां नदी पर अब गगरेट के अंदौरा, लौहारली और हरोली के पंडोगा-त्यूड़ी तथा घालूवाल में पुलों का निर्माण होने जा रहा है। इस पर 200 करोड़ रुपए की राशि खर्च आएगी। जिला ऊना में जगह-जगह से बिजली के खंभे लगाने की मांग आ रही है। इसके लिए पर्याप्त राशि भी है लेकिन क्यों यह राशि खर्च नहीं हो रही है मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। इसकी निगरानी के लिए एक अधिकारी की तैनाती होनी चाहिए जो लोगों को राहत पहुंचाए।
गगरेट में बने एक विधायक को रास नहीं आई थी विधायकी
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि गगरेट क्षेत्र में पहले एक कांग्रेस के विधायक बने थे लेकिन उन्हें विधायकी रास नहीं आई। उन्होंने कहा कि स्वयं वह और कालिया एक साथ 2003 में विधायक बने थे और बीच में गगरेट में कुछ समय के लिए जो गैप बना अब राकेश कालिया ने फिर से अपना स्थान ले लिया है। जो कुछ गगरेट में हुआ वह सही नहीं था और वह इसे दोहराना भी नहीं चाहते।
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