Kullu: जलोड़ी दर्रे में वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन, रघुपुर गढ़ को ईको टूरिज्म से बाहर करने की मांग पर अड़े लोग

Edited By Vijay, Updated: 17 May, 2025 07:37 PM

demonstration against forest department at jalori pass

आनी खंड के रघुपुर क्षेत्र के करीब 300 से ज्यादा लोगों ने जलोड़ी दर्रे में वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में करशेइगाड़, टकरासी, फनौटी, लगौटी, बिशलाधार और कराड़ आदि 7 पंचायतों के युवाओं व महिलाओं ने भाग लिया।

आनी (ब्यूरो): आनी खंड के रघुपुर क्षेत्र के करीब 300 से ज्यादा लोगों ने जलोड़ी दर्रे में वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में करशेइगाड़, टकरासी, फनौटी, लगौटी, बिशलाधार और कराड़ आदि 7 पंचायतों के युवाओं व महिलाओं ने भाग लिया। लोगों ने सुबह 11 से 2 बजे तक जलोड़ी दर्रे पर नारेबाजी की और रघुपुर गढ़ में टैंट लगाकर रोजी-रोटी कमा रहे लोगों को वन विभाग द्वारा ईको टूरिज्म के नाम पर खदेड़ने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

लोग बोले-क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं ने विकसित किया रघुपुर गढ़
लोगों का कहना है कि क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं ने कड़ी मेहनत से रघुपुर गढ़ को पर्यटकों के लिए विकसित किया। यहां की सुंदरता व विशेषताओं को सोशल मीडिया के माध्यम से दुनिया भर में फैलाया। अब जबकि देश भर के पर्यटकों सहित विदेशी मेहमानों का भी आने का सिलसिला बढ़ा तो अचानक रघुपुर गढ़ को ईको टूरिज्म के तहत विकसित करने के नाम पर वन विभाग की टीम ने टैंट उखाड़ने शुरू कर दिए, जिसका युवाओं ने विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने वन विभाग और प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश की जिन 77 साइटों को ईको टूरिज्म के तहत विकसित किया जाना है, उनमें से रघुपुर गढ़ को हटाया जाए।

मांगें नहीं मानी गईं तो होगा उग्र प्रदर्शन
लोगों ने अंदेशा जताया कि वन विभाग और सरकार रघुपुर गढ़ को ईको टूरिज्म के नाम पर पूंजीपतियों के हवाले कर देंगे, जबकि रोजगार में जुटे क्षेत्र के कई युवा फिर से बेरोजगारी की गर्त में धकेल दिए जाएंगे। प्रदर्शनकारियों ने वन विभाग और सरकार को दो टूक कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो उपमंडल मुख्यालय आनी और वनमंडल अधिकारी आनी के लुहरी स्थित कार्यालय के बाहर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान रघुपुर टूरिज्म डिवैल्पमैंट सोसायटी के प्रधान उगम ठाकुर, बी.डी.सी. सदस्य जोत राम और पूर्ण शर्मा, पूर्व जिला परिषद सदस्य रफ्तार ठाकुर, मुहान पंचायत के प्रधान संतोष ठाकुर, फनौटी पंचायत के प्रधान दौलत चौहान, करशेइगाड़ की प्रधान शारदा कुमारी, रमेश ठाकुर, एडवोकेट रोहित साहसी, सुरेंद्र ठाकुर, सुरेंद्र कुमार व समाजसेवी लीलाधर सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे।

मौके पर नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
करीब 4 घंटे चले विरोध प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए वन विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा और न ही प्रशासन की ओर से किसी ने बेरोजगार युवाओं की बात सुनने की कोशिश की। इसे लेकर प्रदर्शनकारियों में आक्रोश देखा गया।

बात को समझें और सुनियोजित ढंग से करें रोजगार : वन विभाग
वन विभाग ने रघुपुर गढ़ सहित क्षेत्र के जलोड़ी और बागासराहन को प्रदेश की 77 साइटों के साथ ईको टूरिज्म के तहत विकसित करने के लिए चिन्हित किया है। रघुपुर गढ़ की 0.5 हैक्टेयर भूमि की ऑक्शन कर उसे विकसित किया जाएगा। वन विभाग के अनुसार रघुपुर गढ़ स्थित किले के आसपास क्षेत्र के दर्जनों युवाओं ने करीब 31 अवैध स्ट्रक्चर खड़े कर दिए हैं। उन्हें रघुपुर फोर्ट के आसपास की जगह खाली करने के लिए कहा गया है और तय नियमों के तहत 2 या 4 आदमियों की क्षमता वाले टैंट एक जगह पर लगाएं, जिसे वे मानने को तैयार नहीं हैं। वन विभाग के अनुसार रघुपुर गढ़ के किले के आसपास की सुंदरता को खराब करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।

क्या कहते हैं अधिकारी
वन मंडलाधिकारी डाॅ. चमन राव ने बताया कि किसी को भी रघुपुर गढ़ के किले के आसपास बड़े-बड़े टैंट लगाकर काम करने की अनुमति नहीं दी गई है। विभाग के तय नियमों के तहत सभी को एक जगह फूड प्वाइंट बनाकर बसाया जाएगा। यहां-वहां किसी भी सूरत में नहीं। अन्यथा कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
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