Edited By Kuldeep, Updated: 03 Feb, 2025 08:03 PM
पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने कहा कि जब वो मुझे किसी कार्यक्रम में बुलाते ही नहीं हैं, तो किस मंच पर बात करेंगे। धवाला बोले कि जयराम ने आज तक उनसे कितनी बार बात की है या किसी अन्य ने उनसे बात करने की कोशिश की है।
देहरा (सेठी): पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने कहा कि जब वो मुझे किसी कार्यक्रम में बुलाते ही नहीं हैं, तो किस मंच पर बात करेंगे। धवाला बोले कि जयराम ने आज तक उनसे कितनी बार बात की है या किसी अन्य ने उनसे बात करने की कोशिश की है। वह बोले कि जयराम ने दोस्ती का अच्छा सिला दिया है। जब मैं मंत्री था और जयराम विधायक थे तो उनके क्षेत्र में बैकवर्ड सब प्लान में विकास करवाकर मैंने दोस्ती निभाई थी। हमने तो कोई भेदभाव नहीं किया था। हम समाज सेवा करने राजनीति में आए और अब भी कर रहे हैं। पंचायती राज में विभिन्न पदों पर भी रहे हैं, लेकिन ईमानदारी से काम करने का हमें यह सिला दिया जा रहा है।
रमेश धवाला ने कहा कि भाजपा की डूबती नैया को सहारा दिया था, उसे लगता जयराम भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि जब जयराम मुख्यमंत्री थे तब उनसे जूनियर नेताओं को तो मंत्री पद दे दिया गया था औक मुझे रिझाने के लिए प्लानिंग का उपाध्यक्ष बना दिया था बावजूद इसके उन 5 साल संगठन व सरकार द्वारा बताए गए काम न करके उनका उत्पीड़न ही किया था। हमारे काम करते तो हम विधायक ही अच्छे थे। धवाला ने कहा कि देहरा में उपचुनाव हुआ तो पार्टी की मर्यादा को देखते हुए जयराम को होशियार सिंह को उनके पास लेकर आना चाहिए था, लेकिन वह नहीं आए। फिर ये पार्टी का कैसा अनुशासन था।
धवाला बोले कि राजनीति में बड़े पद पर अहंकार हो जाता है। इसलिए बड़े लीडर छोटों के पास नहीं आते हैं। वह बोले कि यदि मैं भ्रष्ट होता तो जयराम और संगठन के लोग मुझसे बात करना छोड़ देते। पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में जिन भी नेताओं को दरकिनार किया गया है वो चुप नहीं रहेंगे। पार्टी से बाहर करने के सवाल पर धवाला बोले कि जो आज मेरे साथ हो रहा है वो कल उनके साथ भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि मार्च महीने में ज्वालामुखी में प्रदेश स्तर की बैठक की जाएगी और अब राजनीति का नया पन्ना लिखेंगे।