Edited By Vijay, Updated: 09 Sep, 2022 11:00 PM

कोरोना के इलाज की गोली अब बाजार में उतर गई है। हैदराबाद की जेनारा फार्मा ने जैनरिक पैक्सलोविड (निर्मात्रेलवीर और रितोनवीर) टैबलेट को लॉन्च किया है। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से जुलाई माह में टैबलेट के उत्पादन के लिए मंजूरी मिली...
सोलन (पाल): कोरोना के इलाज की गोली अब बाजार में उतर गई है। हैदराबाद की जेनारा फार्मा ने जैनरिक पैक्सलोविड (निर्मात्रेलवीर और रितोनवीर) टैबलेट को लॉन्च किया है। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से जुलाई माह में टैबलेट के उत्पादन के लिए मंजूरी मिली थी। यह दवा कॉम्बी पैक है जिसकी बाजार में कीमत 5200 रुपए प्रति पैक है। इस दवा का इस्तेमाल कोविड के हल्के लक्षणों में किया जा सकता है।
फार्मा के सह संस्थापक और प्रबंध निदेशक जगदीश बाबू रंगीसेट्टी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पैक्सलोविड कोविड-19 के खिलाफ एक अत्यंत प्रभावी उपचार का विकल्प है। इस उत्पाद को रिकॉर्ड समय में बाजार में उतारा है। भारत में इस उत्पाद की पहली मंजूरी में से एक है। उन्होंने बताया कि इसका उत्पादन बड़ी मात्रा में किया गया है। यूएस में उत्पाद की सफलता की मंजूरी यएसएफडीए द्वारा दिसम्बर 2021 में दी गई थी और वयस्कों में हल्के से मध्यम कोविड-19 के उपचार के लिए कारगर साबित होगी। सबसे बड़ी बात है कि इस दवा का उत्पादन यूएसएफडीए द्वारा अनुमोदित संयंत्र में किया गया है। इससे पूर्व सीडीएससीओ ने दिसम्बर 2021 में एंटी वायरल कोविड-19 मोलनुपिरवीर को मंजूरी दी थी। यह दवा भी कोविड के हल्के लक्षणों में इस्तेमाल की जा सकती है।
इसके अलावा सीडीएससीओ ने भारत बायोटैक के इनकोवैक्क वैक्सीन को मंजूरी प्रदान की है। इस वैक्सीन का इस्तेमाल भी आपातकाल में 18 वर्ष या इससे ऊपर के आयु वर्ग के लोगों में किया जा सकता है। इस वैक्सीन के तीन ट्रायल पूरे हो गए हैं। तीनों ट्रायल ही सफलता पूर्वक रहे है। यही इंट्रासाल वैक्सीन है। जिसकी ड्रॉप नाक में डाली जाएगी। इस वैक्सीन का यह लाभ है कि अन्य वैक्सीन की तुलना में ज्यादा लोगों को इससे टीकाकरण हो सकता है।
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