वायरल वीडियो मामले ने पकड़ा तूल, कांग्रेस ने विधानसभा उपाध्यक्ष के खिलाफ की नारेबाजी

Edited By Vijay, Updated: 21 May, 2022 09:00 PM

congress raised slogans against deputy speaker of assembly

विधानसभा उपाध्यक्ष डा. हंसराज के वायरल वीडियो मामले ने तूल पकड़ लिया है। शनिवार को चुराह कांग्रेस ने डीसी कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस मौके पर प्रदेश सरकार व विधानसभा उपाध्यक्ष केे खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद एडीएम अमित मेहरा के माध्यम से...

चम्बा (काकू चौहान): विधानसभा उपाध्यक्ष डाॅ. हंसराज के वायरल वीडियो मामले ने तूल पकड़ लिया है। शनिवार को चुराह कांग्रेस ने डीसी कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस मौके पर प्रदेश सरकार व विधानसभा उपाध्यक्ष केे खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद एडीएम अमित मेहरा के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा है। इसमें डाॅ. हंसराज को जनहित में संवैधानिक पद से तुरंत हटाने की अपील की है। कांग्रेस सेवादल चुराह के अध्यक्ष प्रकाश भूटानी ने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष डाॅ. हंसराज जब से इस संवैधानिक पद पर बैठे हैं आए दिन गैर-कानूनी कार्य करके हिमाचल प्रदेश व संविधान की गरिमा तो शर्मसार कर रहे हैं। सरकार, पुलिस व प्रशासन उन्हें संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 19 मई को हंसराज ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रैला का दौरा किया। इस दौरान 9वीं व 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को एक कमरे में इक्ट्ठा किया और गैर-कानूनी तरीके से पढ़ाना शुरू कर दिया। इसका वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें विधानसभा उपाध्यक्ष अपना आपा खो बैठे और एक बच्चे पर हाथ उठा दिया। 
PunjabKesari, Churah Congress and DC Image

अधिवक्ताओं के खिलाफ टिप्पणी व व्हाट्सएप चैट भी हो चुकी है वायरल
प्रकाश भूटानी ने कहा कि इससे पहले भी हंसराज ने अधिवक्ताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी, जिस पर बार एसोसिएशन ने उनके ऊपर न्यायालय में एक मानहानि का मुकद्दमा दायर किया है। इसके अलावा एक वाट्सएप चैट भी वायरल हुई है। इसकी सूचना सरकार व पुलिस को दी गई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

बच्चे के पिता पर भी बाल शोषण अधिनियम के तहत हो कार्रवाई : कपिल
चाइल्ड लाइन चम्बा के समन्वय कपिल शर्मा ने कहा कि संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति द्वारा बच्चों के साथ किया गया इस तरह का व्यवहार बेहद शर्मनाक व असभ्य है। वहीं बच्चे के पिता द्वारा एक वीडियो के माध्यम से इस घटना को सामान्य मानते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष का समर्थन करना भी गलत है। बाल शोषण अधिनियम के अनुसार कार्रवाई बच्चे के पिता के खिलाफ भी होनी चाहिए। उन्होंने एडीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।

पीटने का अधिकार तो शिक्षकों के पास भी नहीं, हो कानूनी कार्रवाई : पठानिया
कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता एवं चुनाव प्रबंधन कमेटी उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया पीटने का अधिकार तो शिक्षकों के पास भी नहीं है। वहीं संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा बच्चे के साथ किया गया व्यवहार बेहद दुखदायी व मर्यादा के खिलाफ है। सरकार इस मामले में कानूनी कार्रवाई अमल में लाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायकों को लोकतंत्र की परिभाषा का भी पता नहीं है। बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा अध्यापकों का है। यह जन प्रतिनिधि सूपर टीचर बनकर बच्चों को प्रताड़ित कर रहे हैं जो निंदनीय है। उन्हें अपने व्यवहार में सुधार करने की आवश्यकता है। अगर नहीं किया तो जनता अपने आप सुधार करेगी। 

विधानसभा उपाध्यक्ष की भावना गलत नहीं थी : नागपाल
भाजपा जिला अध्यक्ष जसबीर नागपाल ने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष की भावना गलत नहीं थी। समझाने का तरीका अलग हो सकता है। वह गरीब परिवार के बच्चे को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे थे। पिता भी मामले में डाॅ. हंसराज का समर्थन कर चुके हैं। इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। 

भाजपा की छवि हुई खराब, सीएम व पार्टी हाईकमान लें कड़ा संज्ञान
भाजपा किसान मोर्चा के महामंत्री नरेश रावत ने कहा कि वायरल वीडियो में जो दिख रहा निंदनीय है। भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता ऐसा आचरण नहीं करता है। यह हमारे संगठन की पद्धति के अनुसार नहीं है। इसमें विधायक का कसूर नहीं है वह जिस विचारधारा से निकले हैं उसमें ऐसा ही है लेकिन इस घटना से भाजपा की छवि खराब हुई है। सीएम जयराम ठाकुर व पार्टी हाईकमान से आग्रह है कि इस मामले में कड़ा संज्ञान लें। 

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