Edited By Vijay, Updated: 20 Jul, 2025 07:43 PM

करसोग उपमंडल में हाल ही में हुई भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के चलते हुए नुक्सान का आकलन करने के लिए अंतर मंत्रालयीय केंद्रीय टीम ने रविवार को क्षेत्र का दौरा किया।
करसोग (धर्मवीर गौतम): करसोग उपमंडल में हाल ही में हुई भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के चलते हुए नुक्सान का आकलन करने के लिए अंतर मंत्रालयीय केंद्रीय टीम ने रविवार को क्षेत्र का दौरा किया। टीम ने करसोग के विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों में जाकर नुकसान का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया और स्थानीय प्रशासन से राहत व पुनर्वास कार्यों की जानकारी हासिल की। केंद्रीय टीम के सदस्यों ने शंकर देहरा, सनारली, सरकोल और कुट्टी आदि स्थानों का दौरा कर नुक्सान का आकलन किया।
टीम के सदस्यों ने आपदा से प्रभावित जल शक्ति विभाग की पेयजल योजनाओं, लोक निर्माण विभाग की सड़कों, कृषि और बागबानी विभाग की क्षतिग्रस्त हुई कृषि योग्य भूमि, बगीचे आदि भी देखे। एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार ने केंद्रीय टीम को करसोग क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा से हुए नुक्सान के संबंध में जानकारी प्रदान की। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में अब तक किए गए राहत एवं पुनर्वास कार्यों के बारे में भी अवगत करवाया।
इस केंद्रीय टीम में जल शक्ति मंत्रालय के तहत सीडब्लूसी शिमला के निदेशक वसीम अशरफ, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय शिमला के मुख्य अभियंता एके कुशवाहा, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय के तहत गेहूं विकास निदेशालय में संयुक्त निदेशक डॉ. विक्रांत सिंह, और राज्य सरकार की ओर से डॉ. डीसी राणा निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व, आपदा प्रबंधन शामिल रहे।
करसोग उपमंडल प्रशासन की ओर से एसडीएम करसोग गौरव महाजन ने भी केंद्रीय टीम काे क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार, एसडीएम करसोग गौरव महाजन, डॉ. मुरारी लाल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।