Edited By Vijay, Updated: 17 Jul, 2025 07:57 PM

शिमला के चौड़ा मैदान स्थित आईटीआई के प्रबंधन की लापरवाही से एक छात्रा फाइनल परीक्षा देने से चूक गई।
शिमला (ब्यूरो) : शिमला के चौड़ा मैदान स्थित आईटीआई के प्रबंधन की लापरवाही से एक छात्रा फाइनल परीक्षा देने से चूक गई। छात्रा ने वर्ष भर पढ़ाई की, लेकिन जब परीक्षा देने की बारी आई तो उसका रोल नंबर ही गायब था। संस्थान में एमब्रॉयडरी ट्रेड में केवल 5 ही छात्राएं थीं। 5 छात्राओं में से 3 का नाम भारती है, जिसमें से एक छात्रा ने कोर्स छोड़ दिया था, जबकि बाकी कोर्स कर रही थीं। संस्थान ने इस परीक्षा के लिए आवश्यक हाजिरी, फीस और इंटरनल असैसमैंट का जो रिकॉर्ड भेजा, उसमें कोर्स छोड़ चुकी प्रशिक्षु का भी भेज दिया और जो कोर्स कर रही थी, उसका रोल नंबर ही जैनरेट नहीं हुआ। वह प्रैक्टिकल और कोर्स की वार्षिक परीक्षाएं देने से भी वंचित रह गई। प्रशिक्षु और अभिभावकों ने संस्थान में आकर रोल नंबर जैनरेट न होने के बारे में पूछा तो बताया गया कि प्रशिक्षु का गलत ब्यौरा चला गया है, जिस कारण रोल नंबर जैनरेट नहीं हो पाया है। इसको सही करवाने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं, पोर्टल खुलने पर इसे सही करवाने की रिक्वैस्ट भेज दी है। संस्थान ने अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है और एक कमेटी का गठन भी कर दिया है। कमेटी को 7 दिन में रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद जिसकी भी गलती होगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी। 2 महीने के बाद होने वाली सप्लीमैंट्री में छात्रा को परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।
छात्रा का साल बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा
आईटीआई की प्रिंसीपल संगीता का कहना है कि यह संबंधित विषय के शिक्षक की गलती है। उक्त छात्रा का साल बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। छात्रा का बायोडाटा ऑनलाइन चढ़ाया जाएगा और 2 माह के बाद होने वाली परीक्षाओं में उसे परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।