Edited By Kuldeep, Updated: 02 Aug, 2025 06:05 PM

बारिश के चलते भरमौर हलके की ग्राम पंचायत बलोठ तथा खुंदेल में जगह-जगह अस्थायी पुल गिरने से एक दर्जन गांवों का संपर्क कट गया है। लोगों को जरूरी वस्तुओं की चिंता सताने लगी है।
भरमौर (उत्तम): बारिश के चलते भरमौर हलके की ग्राम पंचायत बलोठ तथा खुंदेल में जगह-जगह अस्थायी पुल गिरने से एक दर्जन गांवों का संपर्क कट गया है। लोगों को जरूरी वस्तुओं की चिंता सताने लगी है। यहां पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है, जिस कारण लगभग एक दर्जन गांवों का संपर्क शेष देश से कट गया है। भूस्खलन से पहले भी कई बार लोगों को नुक्सान हो चुका है, लेकिन अब इसकी चपेट में लगभग पचास घर आ गए हैं। कई बार सरकार, प्रशासन और स्थानीय नेताओं को अवगत करवाने के बाद भी किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
पंचायत प्रधान देव राज ने बताया कि पिछले कई वर्षों से यहां निरंतर भूस्खलन हो रहा है। अब स्थिति यह हो गई है कि एक गांव के चार घरों के लोगों को अन्य सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। बिजली के खंभे, पेयजल की लाइनों सहित लोक निर्माण विभाग की सड़क सहित सभी ग्रामीण रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नाले में पुलिया बह जाने से कलॉस तथा अहलमी सहित लगभग एक दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। वहीं पत्थर गिरने के कारण एक बैल की मौत हो गई। गांवों के छह रास्ते पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण न तो बच्चे स्कूल जा पा रहे हैं और न ही लोग राशन लेने दुकानों तक पहुंच पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आखिर कब तक लोगों को जान जोखिम में डालकर रातों को सोना पड़ेगा। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि मंडी जिले के सिराज की तरह यहां जान-माल को नुक्सान होगा तब प्रशासन और सरकार कोई कार्यवाही करेंगे। उन्होंने सरकार व प्रशासन से तुरंत इस मामले पर जल्द संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
उधर, राख गुराडा संपर्क मार्ग के पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाने से पूरी पंचायत सहित सामरा क्षेत्र का जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क कट गया है। इस भूस्खलन में लोगों को पैदल निकलने का रास्ता भी नहीं बचा है। लगभग बीस मीटर लंबे इस भूस्खलन में क्रैश बैरियर ही लटके रह गए हैं, भूस्खलन से गिरे पत्थर सीधे चमेरा चरण दो के बांध स्थल पर गिरे, जिसमें आंशिक नुक्सान हुआ है।