Edited By Kuldeep, Updated: 18 Mar, 2025 04:48 PM

छोटा भगाल घाटी के देवनारायण ने गुर के माध्यम से भविष्यवाणी की है कि यदि समय रहते इंसान नहीं सुधरा तो आने वाले दिनों में परिणाम भुगतने को तैयार रहे।
बैजनाथ (विकास बावा): छोटा भगाल घाटी के देवनारायण ने गुर के माध्यम से भविष्यवाणी की है कि यदि समय रहते इंसान नहीं सुधरा तो आने वाले दिनों में परिणाम भुगतने को तैयार रहे। देवता के गुर कलम सिंह के माध्यम से यह ऐलान किया गया है कि प्रकृति से खिलवाड़ और पशुधन को लावारिस छोड़ गया तो आने वाले दिनों में भारी तबाही हो सकती है हाल ही में 26 और 27 फरवरी को घाटी में आई बाढ़ की वजह जानने के लिए जब क्षेत्रवासी देवता की शरण में गए तो देवता ने यह खुलासा किया है। लोग इस्तेमाल के लिए पशुओं को तब तक अपने घरों में रखते हैं जब तक वह दूध देते हैं दूध न देने की सूरत में पशुओं को खुले में छोड़ देते हैं इस वजह से उन्हें भरपेट चारा नहीं मिलता है इसके साथ-साथ कड़कती ठंड में उन्हें खुले आसमान के नीचे रातें गुजारनी पड़ती हैं। इसी के साथ प्रकृति से खिलवाड़ भी देवता को कतई मंजूर नहीं। हाल ही में छेरना और लुआई मैं बारिश और लहासे गिरने की वजह से क्षेत्र में व्यापक नुक्सान हुआ है वर्तमान में हालात यह है की हल्की सी बरसात में भी इन दोनों गांव के लोग अपना घर बार छोड़कर पड़ोस के गांव में शरण लेने को मजबूर हैं।
कलम सिंह ने बताया कि इंसानों की इन हरकतों से देवता खासे नाराज हैं। हाल ही की प्राकृतिक आपदा और बीते वर्ष बाढ़ की वजह से नुक्सान को इसी वजह से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोग जब तक पशु दूध देते हैं तब तक पलते हैं दूध न देने की सूरत में उन्हें जंगलों में छोड़ दिया जाता है। जबकि पुराने समय में ऐसा नहीं था यद्यपि लोग तब तक अपने पशुओं को उम्र भर तक अपने घर में रखते थे जबकि वर्तमान हालात में ऐसा नहीं है। क्षेत्रवासी सुरेश ठाकुर रामलाल ,श्याम सिंह व रवि कुमार ने बताया कि देवता ने बीते वर्ष भी लोगों को इस बारे आगाह किया था। लोगों को मानना है की आराध्य देव नारायण कि इस चेतावनी को हल्के में लिया तो गंभीर परिणाम भी भक्तों ने पढ़ सकते हैं।