Edited By Kuldeep, Updated: 24 Dec, 2024 08:33 PM
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में विख्यात बीड़ बिलिंग घाटी से पैराग्लाइडर पायलटों ने खराब मौसम के बावजूद उड़ान भरी।
बैजनाथ (विकास): अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में विख्यात बीड़ बिलिंग घाटी से पैराग्लाइडर पायलटों ने खराब मौसम के बावजूद उड़ान भरी। हालांकि खराब मौसम में पैराग्लाइडिंग न किए जाने की हिदायत सरकार और प्रशासन द्वारा जारी की गई है, बावजूद इसके कई पायलटों ने पर्यटकों की जान को जोखिम में डालते हुए घाटी से उड़ान भरी। हालांकि सुबह 10:00 बजे ही मौसम खराब था लेकिन हालात उस समय बेहद खराब हो गए जब दोपहर 1:00 बजे लैंडिंग साइट पर बारिश और टेक ऑफ प्वाइंट पर बर्फबारी होने लगी। बावजूद इसके पैराग्लाइडर पायलट उड़ान भरते रहे।
कई पायलटों को विपरीत परिस्थितियों की वजह से एमरजैंसी लैंडिंग तक करनी पड़ी। यहां तक कि कई पायलटों को बैक फ्लाइंग के दौर से भी गुजरना पड़ा। यह एक तरह की ऐसी स्थिति होती है जब पैराग्लाइडर पायलट आगे जाने की बजाय हवा के वेग की वजह से पीछे की ओर धकेल दिए जाते हैं। हालांकि यह स्थिति पायलट और पर्यटक दोनों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है। मामला जब प्रशासन के ध्यान में आया तो बैजनाथ के एसडीएम दुनी चंद ठाकुर ने छुट्टी पर होने के बावजूद भीड़ में स्थापित कंट्रोल रूम के अधिकारियों को पैराग्लाइडिंग को तुरंत रोकने का आदेश दे दिया।
स्थानीय पायलट सुशांत ठाकुर का कहना है कि प्रशासन द्वारा यहां एन्वायरनमैंटल एट अलर्ट की कोई भी सुविधा नहीं दी गई है और न ही पर्याप्त रैस्क्यू के इंतजाम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे मौसम में पायलटों को उड़ान भरने से परहेज करना चाहिए ताकि कोई अनहोनी न हो। प्रशासन द्वारा विपरीत परिस्थितियों में उड़ान भर रहे पायलटों को तुरंत प्रभाव से पैराग्लाइडिंग रोकने के निर्देश जारी होते ही कंट्रोल रूम में हड़कंप मच गया और पैराग्लाइडिंग हाऊस से पायलटों को तुरंत लैंडिंग के निर्देश वॉकी-टॉकी के माध्यम से जारी किए।