Edited By Vijay, Updated: 23 Oct, 2024 03:12 PM
कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय में आज से 5 दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ है। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सतत् पशु उत्पादन और पशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।
पालमपुर (भृगु): कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय में आज से 5 दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ है। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सतत् पशु उत्पादन और पशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। इस कार्यशाला में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न विश्वविद्यालय के 4 वैज्ञानिक टीम लीडर डॉ. ग्रांट रॉलिन, डॉ. रोजर पास्किन, डॉ. जेफ केव और डॉ. सुरिंदर सिंह छात्रों और महाविद्यालय के युवा संकाय सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। ये टीम संक्रामक पशुधन रोगों के निदान और रोकथाम के लिए विभिन्न महामारी विज्ञान उपकरणों का उपयोग करने के तरीके सिखाएगी।
कुलपति डाॅ. नवीन कुमार ने पशु उत्पादन और पशु स्वास्थ्य पर अधिक सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पशुधन उद्योग में सतत् विकास को पर्यावरण की रक्षा करते हुए लगातार विषम परिस्थितियों में पाले जाने वाले पशुओं से प्राप्त सुरक्षित और सुरक्षित भोजन के लिए दुनिया की बढ़ती आबादी की मांगों को पूरा करना चाहिए।
डाॅ. नवीन ने कार्यशाला के लिए ऑस्ट्रेलिया से आई टीम के सदस्यों का स्वागत करते हुए उनकी सराहना भी की। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाॅ. रविंद्र कुमार ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में सहयोग के लिए उनका धन्यवाद किया। प्रशिक्षण के समन्वयक सह विभागाध्यक्ष डाॅ. राजेश चहोता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यशाला में ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञ विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here