Edited By Kuldeep, Updated: 28 Oct, 2024 01:25 PM
अर्की तहसील के सावग गांव की रहने वाली सुनीता देवी अपने परिवार के लिए रोज की तरह रविवार को घास काटने जंगल की ओर गई थीं। लेकिन उन्हें क्या पता था कि आज का दिन उनके जीवन का अंतिम दिन साबित होगा।
अर्की (सुरेंद्र): अर्की तहसील के सावग गांव की रहने वाली सुनीता देवी अपने परिवार के लिए रोज की तरह रविवार को घास काटने जंगल की ओर गई थीं। लेकिन उन्हें क्या पता था कि आज का दिन उनके जीवन का अंतिम दिन साबित होगा। जानकारी के अनुसार, सुनीता देवी अपने पति दीनानाथ के साथ घास काटने गई थीं। दीनानाथ ने बताया कि उनकी पत्नी उनसे पहले ही घासनी में पहुंच गई थीं और घास काटने लगी थीं। कुछ देर बाद दीनानाथ वहां पहुंचे तो देखा कि सुनीता घास इकट्ठा कर रही थीं।
अचानक फिसलने के कारण वह ढलान से नीचे पुरानी सड़क तक गिर गईं। दीनानाथ ने दौड़ते हुए उनकी ओर देखा, लेकिन वह अचेत पड़ी थीं। दीनानाथ ने तुरंत अपने भाई और गांव के अन्य लोगों को फोन कर बुलाया और सुनीता को 108 एम्बुलेंस की सहायता से अर्की अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही अर्की थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। अर्की अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया।
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